इस blog में तितली आसन क्या है (What is Titli asana in hindi), तितली आसन कैसे करें (Titli aasana kaise kare), तितली आसन के लाभ (Titli asana ke labh), किसको तितली आसन नहीं करना चाहिए (Who should not do Titli asana) के बारे में जानेगे|
बड़े आराम से, मजे-मजे में खुश होकर किया जाने वाला तितली आसन बहुत ही लाभदायक आसन है| यह न केवल बच्चों को पसंद आता है बल्कि युवा, प्रोढ़, बुजुर्ग सभी इसे ख़ुशी-ख़ुशी करना पसंद करते है| महिला हो या पुरुष यह आसन सभी के लिए लाभकारी है|
Table of Contents
तितली आसन क्या है (Titli asana kya hai)?
जैसा कि नाम से ही पता चलता है तितली के समान दिखाई देने वाला आसन| तितली आसन एक ऐसा आसन है जिसे देखकर तितली जैसा आभास होता है| इस आसन को करते हुए जब हम पैरों को हिलाते हैं तो पैरों की गति तितली के हिलते हुए पंखों के समान नजर आती है| इसलिए इसे तितली आसन या बटरफ्लाई पोज़ (Butterfly pose) कहते हैं|
तितली आसन भद्रासन के समान दिखाई देता है इसलिए कुछ लोग in दोनों को एक ही मान लेते हैं, लेकिन दोनों में अंतर है| तितली आसन एक क्रिया है क्योंकि यह गत्यात्मक है| इसमें पैरों में movement होने की कारण गति दिखाई देती है| जबकि भद्रासन एक आसन है जिसमें एडियों को शरीर के निकट लाने के बाद स्थिर होकर बैठते हैं|
तितली आसन करने का तरीका (Titli asana Steps in Hindi)
तितली आसन करने का सही तरीका step by step इस प्रकार है|
Step 1: पहले दंड आसन में बैठें| इसके लिए दोनों पैरों को सामने की ओर सीधा करें, एड़ी पंजे मिलाएं और दोनों हाथ hips के नजदीक रखें|
Step 2: अब अपने दोनों पैरों के तलवे मिलाएं और अपने हाथों से पंजों को पकड़कर शरीर के नजदीक लेकर आएं| अर्थात एड़ियां मूलाधार के पास हों|
Step 3: जंघा आसन पर लगी हों, शुरू में ना लगे तो जबरदस्ती न करें|
Step 4: अब अपने घुटनों को ऊपर-नीचे हिलाएं|
Step 5: अपनी सुविधा के अनुसार 1 से 3 मिनट तक करें|
Step 6: अब वापिस दंड आसन में बैठें|
तितली आसन के फायदे (Titli Asana Benefits in Hindi)
Tension व तनाव दूर: तितली आसन का अभ्यास करने से तनाव, चिंता को दूर करने में मदद मिलती है|
सिरदर्द में आराम: तितली आसन मन को उत्साहित व खुश करने वाला आसन है| इसका हररोज अभ्यास करने से सिरदर्द की समस्या में आराम मिलता है|
पाचन के लिए: तितली आसन का हररोज अभ्यास करने से पेट के निचले हिस्से पर खिंचाव आता है जिससे पाचन में सहायता मिलती है|
Reproductive health improve होती है: तितली आसन का अभ्यास reproductive organs पर अपना प्रभाव डालता है जिससे प्रजन्न अंग मजबूत बनते हैं|
Relaxtation के लिए: तितली आसन करने से पैरों के साथ-साथ शरीर की भी थकान दूर होती है और हम relax हो जाते हैं| इस आसन को करने से मन खुश रहता है|
Periods की problem में लाभदायक: तितली आसन करने से पीरियड्स के समय होने वाली pain व अन्य समस्याओं को ठीक करने में मदद मिलती है|
Titli asana benefit in Pregnancy: तितली आसन pregnant ladies के लिए बहुत लाभदायक है| गर्भवती महिलाओं को हररोज इस आसन का अभ्यास करना चाहिए| इस आसन को करते हुए hip और thigh की मांसपेशियां खिंचाव में आती हैं इससे डिलीवरी के समय परेशानी कम आती है|
तितली आसन कैसे करें (Titli asana kaise kare) इसके बारे में पूरी जानकारी आप मेरे इस youtube link पर भी देख सकते हैं|
तितली आसन किन-किन के लिए वर्जित है (Who should not do Titli asana)?
किस-किस को तितली आसन नहीं करना चाहिए|
– जिनकी कमर में दर्द हो उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए|
– घुटनों में दर्द हो, चोट लगी हो या किसी प्रकार का ओपरेशन हुआ हो तो यह आसन नहीं करना चाहिए
– जिन्हें साइटिका की problem हो उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए|
FAQ’s: तितली आसन से सम्बंधित कुछ सामान्य प्रश्न (General Questions related to Titli asana)|
तितली आसन कितनी देर करना चाहिए? (Can we do butterfly pose daily?)
तितली आसन एक ऐसा आसन है जिसका अभ्यास हमें हररोज करना चाहिए तभी इससे लाभ मिलेगा| तितली आसन करते हुए Thigh की अंदर की मांसपेशियों में खिंचाव होता है इसलिए शुरू में 30 सेकंड तक जरुर करें, फिर धीरे-धीरे समय को बढ़ाएं| इसे करते हुए आप आसानी से जितनी मिनट बैठ सकते हैं उतना ही करें|
तितली आसन करने से क्या लाभ होता है? (What are the benefits of butterfly pose?)
तितली आसन करने से थकान दूर होती है| तितली आसन से सिरदर्द में तो आराम मिलता ही है, तनाव व चिंता से मुक्ति मिलती है| Reproductive organs मजबूत बनते हैं| पीरियड्स की समस्या हो या pregnancy की, बटरफ्लाई क्रिया बहुत ही लाभदायक है|
इस आसन से सम्बंधित कोई भी जानकारी चाहिए या कोई सुझाव आपके पास हो तो comment box में लिख सकते हैं|