घुटनों के दर्द के लक्षण, कारण और घुटनों का दर्द दूर करने के उपाय (Ghutno Ke Dard Ke Lakshan, Karan v Dur Karne ke Upay)

इस blog में घुटनों का दर्द क्या है (What is Knee pain), घुटनों के दर्द के लक्षण (Knee pain symptoms), घुटनों के दर्द के कारण (Knee pain reason) तथा घुटनों के दर्द को दूर करने के उपाय (Knee pain home remedies) के बारे में जानेगे|

आजकल हर आयु के लोगों में जोडों में दर्द की समस्या देखने को मिल रही है| केवल बड़ी आयु के लोग ही नहीं युवा भी इस समस्या से परेशान हैं| शरीर के भिन्न भिन्न हिस्से जहाँ पर हड्डियाँ जुड़ी होती हैं, वहां पर दर्द होना जोडों का दर्द कहलाता है| जैसे घुटने, कोहनी, उँगलियाँ, कंधें आदि| सर्दी व बारिश के मौसम में यह समस्या ओर भी अधिक देखने को मिलती है| कई बार बच्चों में भी यह समस्या हो जाती है|

आज हम यहां पर घुटनों के दर्द के बारे में विस्तार से जानेगें| कई बार चलते-फिरते, खेलते, दौड़ते और दैनिक जीवन के काम करते हुए चोट लगने के कारण भी घुटनों में दर्द हो जाता है परन्तु यह समय पर ठीक भी हो जाता है| परेशानी तब बढ़ती है जब बिना चोट लगे ही घुटनों में दर्द शुरू हो जाता है| इस दर्द के कई कारण हो सकते हैं जैसे गलत लाइफस्टाइल, बैठने का गलत तरीका, अधिक वजन आदि| घुटनों में दर्द के होने पर कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है जो लक्षणों के रूप में हमें दिखाई देती हैं|

Ghutno Ke Dard Ke Lakshan, Karan v Dur Karne ke Upay

घुटनों में दर्द के लक्षण (Symptoms of Knee pain)

  • उठते, बैठते या चलते हुए घुटनों में दर्द महसूस होना
  • घुटनों को मोड़ते हुए दर्द होना
  • घुटनों को सीधा करते हुए दर्द होना
  • चलते समय संतुलन न बन पाना
  • उठते, बैठते या चलते हुए टकटक की आवाज आना
  • घुटनों का लाल होना

घुटनों में दर्द के कारण (Knee pain causes)

  • हड्डियों में लचीलेपन की कमी
  • जोडों का कठोर होना
  • जोडों में जकड़न
  • कैल्शियम की कमी
  • विटामिन-डी की कमी
  • कमजोरी
  • किसी एक pousture में अधिक समय तक बैठे रहना
  • मांसपेशियों में असंतुलन के कारण
  • इसके अतिरिक्त गठिया की समस्या
  • आर्थराइटिस आदि|

Read Also: कमर दर्द

घुटनों के दर्द को ठीक करने के महत्वपूर्ण उपाय (Ghutno ke dard ko thik karne ke upay)

1: घुटनों के दर्द से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें:

घुटनों में दर्द हो तो बचाव के लिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें, जो बहुत ही महत्वपूर्ण हैं जैसे

  • घुटनों में दर्द ज्यादा होने पर इन्हें आराम दें|
  • घुटनों में दर्द की समस्या हो तो धीरे-धीरे नियमित exercise या योग का अभ्यास करें|
  • प्रतिदिन सैर करें लेकिन बहुत अधिक walk न करें| सैर करते समय अच्छे sport शूज पहनें व अपनी गति से धीरे-धीरे सैर करें| इससे शरीर को गर्माहट मिलती है तथा रक्त का संचार ठीक होता है|
  • महिलाएं हील न पहने क्योंकि इससे घुटनों पर जोर पड़ता है|
  • सही तरीके से उठने व बैठने की आदत बनाएं|
  • उकडू न बैठें|
  • घुटनों में दर्द हो तो जमीन पर उठने-बैठने से बचें|
  • ऐसे काम व एक्टिविटी करने से बचे जिनके कारण घुटनो पर दबाव पड़े या दर्द अधिक हो|
  • बिस्तर पर लेटकर टीवी व mobile आदि न देखें| सही pousture में बैठें|
  • घुटनों को ठंडी हवा के सीधे संपर्क में आने से बचाएं व गर्म कपड़े से ढककर रखें|

2: घुटनों का दर्द घरेलू उपाय (Ghutno ke dard ke gharelu upay in Hindi)

घुटनों का दर्द कैसे ठीक करें इसके लिए कुछ घरेलू उपाय या ईलाज किए जा सकते हैं, जो इस प्रकार हैं|

घुटनों के दर्द के लिए तेल से मालिश करें (Ghutno ke dard ke liye tel malish): शरीर पर गुनगुने तेल से मालिश करें, खासतौर पर सर्दी के मौसम में| इससे हड्डियों को गर्माहट मिलती है तथा ये मजबूत होती हैं| दर्द से राहत मिलती है| नसों में सिकुडन कम होती है| शरीर में रक्त का संचार ठीक प्रकार से होता है| घुटनों के दर्द में मालिश के लिए सरसों के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है|

तिल का तेल बहुत उपयोगी है| तेल में अदरक, लहसुन, लौंग आदि को भूनकर उससे हल्के हाथ से मालिश करना अच्छा है|

महानारायण (Dabur Mahanarayan Tail) तेल की मालिश भी घुटनों के दर्द में आराम दिलाने में लाभकारी है| इसे मैंने भी अपने घुटनों के दर्द में प्रयोग किया है और अब मेरे घुटने बिल्कुल ठीक हैं|

Iodex (इओड़ेक्स) भी घुटनों के दर्द में उपयोगी है|

पौष्टिक आहार लें: हड्डियों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए भोजन में कैल्शियम, विटामिन-D, विटामिन-C, ओमेगा-3 फैटी एसिड आदि का सेवन करें| अपने आहार में बीन्स, फलियाँ, राजमा आदि को शामिल करें| इनमें मैग्नीशियम, फालिक-एसिड, आयरन, जिंक, पौटाशियम, प्रोटीन आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो हड्डियों के लिए लाभकारी है| Olive oil, हल्दी, अदरक, लहसुन, मैथी आदि को आहार में शामिल जरुर करें| ये जोडों के दर्द में आराम भी करते हैं तथा सूजन भी कम करते हैं|

लहसुन में कैल्शियम और इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को कम करते हैं तथा दर्द में आराम दिलाते हैं|

अलसी के बीज, चिया सीड्स, अखरोट, मछली आदि में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, ये सूजन कम करने का काम करता है|

जायफल का प्रयोग किया जा सकता है| इसमें प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, पौटाशियम, जिंक विटामिन-B-6 व C के गुण पाए जाते हैं| इसका प्रयोग करने से सूजन व दर्द को कम करने में मदद मिलती है|

कैल्शियम जरुर लें: कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन करें| इससे हड्डियों का विकास ठीक होता है व हड्डियाँ मजबूत बनती हैं| दूध व दूध के अन्य products कैल्शियम के अच्छे स्त्रोत हैं|

विटामिन जरुर लें: विटामिन शरीर के विकास के लिए बहुत जरूरी हैं, खासतौर पर विटामिन डी|

धूप लगाएं: सूर्य की धूप से हमें विटामिन-डी मिलता है| इससे हड्डियों को लाभ होता है| सुबह की धूप ओर भी लाभदायक है| हाथ व पैर के जोडों को खुली धूप लगाने से विटामिन-डी मिलता है| सूर्य की धूप vitamin-d का सबसे सस्ता, आसन, सुरक्षित व प्राकृतिक साधन है|

पानी जरुर पीएं: पर्याप्त मात्रा में पानी जरुर पीएं| उचित मात्रा में पानी पीने से जोडों में नमी बनी रहती है, जिससे घुटनों के जोडों में भी दर्द कम होता है|

गुनगुने पानी से स्नान करें: जिन लोगों को जोडों में दर्द की समस्या होती है, उन्हें गुनगुने पानी से नहाना चाहिए| घुटनों में जहाँ दर्द हो वहां गर्म पानी से सिकाई करें| Hot pad, water bottle से भी सिकाई की जा सकती है|

व्यायाम या योग को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं: घुटनों में दर्द हो तो नियमित व्यायाम, धीर-धीर सैर या योग करें| इससे हड्डियों में लचीलापन व गर्माहट बनी रहती है|

3: घुटनों के दर्द में आराम दिलाने के लिए छोटी-छोटी एक्सरसाइज (Knee pain exercise in hindi)

घुटनों में दर्द हो तो छोटी-छोटी exercise करके घुटनों को फिट रखें| इससे घुटनों में movement भी रहेगी और घुटनों को आराम भी मिलेगा| यह exercise कई तरीकों से की जा सकती है जैसे:

लेटकर नी स्ट्रेच: लेटकर दोनों पैरों को सीधा रखें| अब दाएं पैर को घुटने से मोड़ें | दोनों हाथों का grip बनाकर घुटने के नीचे thigh को पकड़े और खींचते हुए घुटने को सीने की तरफ लाएं| जितना हो सके पेट पर दबाएँ| फिर पैर को सीधा करें| यही क्रिया दूसरे पैर से करें| कम से कम 8-10 बार बारी-बारी से दोनों पैरों से करें| ऐसा करने से घुटनों पर शरीर का weight भी नहीं पड़ता और घुटनों की exercise भी हो जाती है|

टेबल या chair पर बैठकर नी स्ट्रेच: Table या chair पर बैठकर घुटनों को स्ट्रेच किया जा सकता है| इससे घुटनों पर जोर भी नहीं पड़ता और movement भी हो जाती है| इसके लिए table या chair पर बैठकर पैरों और घुटनों को आपस में मिलाएं| दोनों पैरों को ऊपर की तरफ धीरे-धीरे सीधा करें| कुछ क्षण रुकें, फिर वापिस लाएं| इस दौरान घुटने आपस में मिले रहें| यह क्रिया कम से कम 8-10 बार करें| धीरे-धीरे आवृतियाँ बढ़ाएं|

कुर्सी पर बैठकर कदमताल: कुर्सी या table पर आराम से बैठें| पहले एक पैर को घुटने से मोड़ते हुए ऊपर उठायें फिर नीचे रखें| फिर दूसरे पैर को घुटने से मोड़ते हुए ऊपर उठायें फिर नीचे रखें| दोनों पैरों से यही क्रिया बार-बार करें| अपने सामर्थ्य के अनुसार करते रहें|

आधी उठक-बैठक: दोनों पैरों को मिलते हुए सीधे खड़े हो जाएं| दोनों हाथों को सामने की ओर सीधे खींचे (खोलें)| अब घुटनों को थोड़ा मोड़ते हुए नीचे झुकें, फिर सीधे खड़े हो जाएं| फिर घुटनों को थोड़ा मोड़ते हुए नीचे झुकें, फिर सीधे खड़े हो जाएं| यही क्रिया बार-बार करें| अपने सामर्थ्य के अनुसार दोहराते रहें|

लेटकर साइकिल चलाना: आसन पर लेटें| पहले दाएं पैर को घुटने से मोड़ते हुए साइकिल चलायें| पहले पैर को ऊपर की ओर लेकर जाएं, फिर आगे की तरफ लेकर जाएं, एड़ी को आसन के नजदीक लाते हुए या आसन पर छुआते हुए फिर से घुटने को मोड़ते हुए यह क्रिया करते रहें| कम से कम 10 बार जरुर करें| अब इसी पैर से विपरीत दिशा में 10 बार साइकिल चलाएं| अब यही क्रिया दूसरे पैर से भी 10-10 बार करें| चाहें तो शुरू में कुछ सेकंड rest करें| अब यही क्रिया दोनों पैरों से दोनों दिशाओं में कम से कम 10-10 बार करें| अपने सामर्थ्य के अनुसार धीरे-धीरे करें|

उल्टी दिशा में चलना: हाल ही में हुए अध्यन से पता चला है कि उल्टी तरफ चलने से घुटनों के दर्द से परेशान लोगों को फायदा होता है| ऐसे चलते हुए पैर के जोडों पर बोझ कम पड़ता है, टांगों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं तथा दर्द कम होता है| उल्टा चलने से रीढ़ की हड्डी की मांसपेशियों का ज्यादा उपयोग होता है| इससे पीठ के निचले हिस्से में होने वाले दर्द में भी लाभ होता है| उल्टी दिशा में चलने का अभ्यास हो जाने पर धीरे-धीरे दौड़ने का अभ्यास करें| उल्टी दिशा में दौड़ने से ओर भी अधिक लाभ होता है| इससे घुटनों को मजबूत करने वाली मांसपेशियां मजबूत होती हैं|

4: घुटनों के दर्द के लिए योग (Ghutno ke dard ke liye yoga)

तितली आसन: तितली आसन करते हुए आसन पर बैठकर दोनों पैरों के तलवों को मिलाकर हाथों से पैरों की उंगलियों को पककर एडियों को अधिक से अधिक अंदर की ओर खींचकर शरीर के साथ मिलाया जाता है| फिर घुटनों से पैरों को ऊपर-नीचे हिलाया जाता है| ऐसा करने से घुटने मुड़ते हैं तथा जोडों में खिंचाव आता है| जिससे घुटनों के जोड़ व मांसपेशियां मजबूत होते हैं और घुटनों में दर्द की समस्या नहीं आती| घुटनों में दर्द हो तो धीरे-धीरे यह आसन करना चाहिए| सुविधा के लिए तलवों को मिलाकर उतना ही अंदर की तरफ खींचें, जिससे घुटनों में खिंचाव तो हो लेकिन दर्द ना हो| फिर पैरों को ऊपर-नीचे हिलाएं, जिससे घुटनों में movement होती रहे और घुटनों को आराम मिले| लेकिन यदि घुटनों में बहुत अधिक दर्द हो तो यह आसन नहीं करना चाहिए|

पर्वत आसन: पर्वत आसन का नियमित अभ्यास करने से घुटनों को राहत मिलती है| शुरू में पर्वत आसन करते हुए अगर घुटने मोड़ने पड़े तो सुविधा के लिए मोड़ लें| फिर धीरे-धीरे घुटनों को सीधा करने का प्रयास करें| हररोज करने से जल्दी ही आप पूरा आसन करने लगेंगे| इस आसन के करने से घुटनों को राहत मिलती है| जोड़ मजबूत होते हैं| घुटनों केपीछे की मांसपेशियों में खिंचाव आता है और ये मजबूत बनती हैं| जब आसन ठीक प्रकार से होने लगे तो घुटनों की movement भी की जा सकती है|

अर्ध चंद्रासन: अर्ध चंद्रासन का अभ्यास करते हुए जब हम पैर के घुटने को मोडते हुए शरीर को आगे की ओर धकेलते हैं तो अगला घुटना मुड़ता है व पिछले घुटने में खिंचाव आता है| घुटनों में movement होने से घुटने के जोड़ व मांसपेशियां प्रभावित होकर मजबूत बनते हैं, जिससे घुटनों में दर्द नहीं होता और यदि दर्द हो तो उसमें आराम मिलता है|

वीरभद्रासन: वीरभद्रासन करने से पूरे शरीर में खिंचाव आता है| जिससे Hips, घुटनों तथा टखनों के जोड़ों को मजबूती मिलती है| घुटनों के जोडों में movement होने से दर्द में राहत मिलती है| वीरभद्रासन करने से भी अर्ध चंद्रासन के समान घुटने के जोड़ व मांसपेशियां प्रभावित होकर मजबूत बनते हैं|

सूर्य नमस्कार: सूर्य नमस्कार करने से पूरा शरीर प्रभाव में आता है जैसे पैर, घुटने, हाथ, पेट, जंघा, नितंब (Hips), रीढ़ व जोड़ आदि| इसके साथ-साथ शरीर के आंतरिक अंग भी प्रभावित होते हैं| सूर्य नमस्कार करने से शरीर का प्रत्येक अंग लचीला बनता है| पूरा शरीर खिंचाव में आता है जिससे शरीर की थकावट दूर होती है तथा चुस्ती आती है| सूर्य नमस्कार करते हुए जब-जब हम घुटने से पैरों को मोड़ते व सीधा करते हैं तो घुटने में movement होने से घुटने के जोड़ व मांसपेशियां मजबूत बनते हैं जिससे घुटनों के दर्द में आराम मिलता है|

फिर भी यदि घुटनों में दर्द की समस्या अधिक हो तो doctor से सलाह जरुर लें और उनके कहे अनुसार ही व्यायाम, योग व दवा का प्रयोग करें|

Read Also: सर्वाइकल पेन

घुटनों के दर्द के के बारे में पूरी जानकारी आप मेरे इस youtube link पर भी देख सकते हैं|

Ghutno ke dard ke liye exercise 1

Ghutno ke dard ke liye exercise 2

FAQ’s: घुटनों के दर्द से सम्बंधित सामान्य प्रश्न (General questions related to Knee Pain)

घुटनों के दर्द  में कौन सा योग करना चाहिए? (Ghutno ke dard me koun sa yog karna chahiye?)

घुटनों के दर्द में तितली आसन, पर्वतासन, त्रिकोणासन, अर्ध-चंद्रासन, वीरभद्रासन, सूर्य-नमस्कार आदि आसन करना चाहिए| इन आसनों का नियमित अभ्यास करने से घुटनों के दर्द में आराम मिलता है| यदि घुटनों में दर्द में आराम दिलाने के लिए छोटी-छोटी exercise करके घुटनों की movement करनी चाहिए|

किसकी कमी से घुटनों में दर्द होता है? (Kiski kami se ghutno me dard hota hai?)

शरीर में कैल्शियम विटामिन- D की कमी से घुटनों में दर्द की समस्या आती है|

इस blog में घुटनों का दर्द क्या है (Ghutno ka dard kya hai), घुटनों के दर्द के लक्षण (Ghutno ke dard ke lakshan), घुटनों के दर्द के कारण (Ghutno ke dard ke karan), घुटनों के दर्द की एक्सरसाइज (Ghutno ke dard ki exercise) तथा घुटनों के दर्द को दूर करने के उपाय (Ghutno/Knee ke dard/pain ko dur karne ke upay) के बारे में जाना|

घुटनों के दर्द (Knee pain) से सम्बंधित कोई भी जानकारी चाहिए या कोई सुझाव आपके पास हो तो comment box में लिख सकते हैं|

Babita Gupta

M.A. (Psychology), B.Ed., M.A., M. Phil. (Education). मैंने शिक्षा के क्षेत्र में Assistant professor व सरकारी नशा मुक्ति केंद्र में Counsellor के रूप कार्य किया है। मैं अपने ज्ञान और अनुभव द्वारा blog के माध्यम से लोगों के जीवन को तनाव-मुक्त व खुशहाल बनाना चाहती हूँ।

Leave a Comment