साइटिका का दर्द क्या होता है और साइटिका से कैसे आराम पाएं (Sciatica pain kya hota hai and how to relief Sciatica pain)

आजकल हमारी जीवनशैली में बहुत अधिक बदलाव आ गया है| हमारे सोने, खाने और काम करने के तरीकों के कारण और physical movement की कमी के कारण हमारे शरीर पर बहुत प्रभाव पड़ रहा है| इन सबसे बहुत बार हमें बीमारियों का सामना करना पड़ जाता है| हम computer, laptop पर बहुत अधिक देर तक काम करते रहते हैं और व्यायाम या एक्सरसाइज नहीं कर पाते तो कई बार सर्वाइकल, कंधों में दर्द, घुटनों में दर्द, पैरों में दर्द, साइटिका का दर्द आदि का सामना करना पड़ता है|

इस blog में साइटिका का दर्द क्या होता है, साइटिका के लक्षण, साइटिका के कारण और योग का नियमित अभ्यास करके साइटिका से कैसे राहत पाई जा सकती है, इसके बारे में जानेगे|

साइटिका का दर्द क्या होता है (Sciatica ka dard kya hota hai)

Sciatic nerve में pain होने को sciatica, साइटिका पैन, sciatica nerve pain आदि नामों से जाना जाता है|

साइटिक नर्व हमारे शरीर में सबसे लम्बी और मोटी नर्व है| यह शरीर में दोनों तरफ होती है| रीढ़ के निचले भाग से पांच नर्व निकलती हैं और मिलकर एक मोटी नर्व रूप में बनती हैं| यह नर्व कमर के निचले हिस्से से निकलती हुई hip से होती हुई घुटने के पीछे से होती हुई पैर में नीचे तक जाती है| जब किसी कारण से इस नर्व में दर्द होता है तो यह साइटिका कहलाता है|

साइटिका होने पर यह pain mild से severe हो सकता है| यह pain lower back, hips या leg में कहीं भी हो सकता है| कभी-कभी यह दर्द दोनों पैरों में भी हो सकता है, लेकिन ऐसा बहुत कम होता है|

sciatica pain exercises

साइटिका के लक्षण (Symptoms of sciatica)

  • अलग-अलग व्यक्ति साइटिका का दर्द अलग-अलग प्रकार से महसूस करते हैं| जैसे
  • कभी-कभी दर्द electric shock की तरह लगता है|
  • शुरू में यह दर्द hip में केवल एक point पर भी हो सकता है और धीरे-धीरे बढ़ जाता है|
  • कभी ऐसा लगता है कि पैर में सुइयां चुभ रही हैं|
  • कई बार ऐसा लगता है जैसे पैर सो गया हो|
  • कभी- कभी ऐसा लग सकता है कि affected area की त्वचा सुन हो गई है और वहां किसी प्रकार की कोई feeling या sensation नहीं है|

साइटिका पेन के कारण (Sciatica pain ke kaarn)

साइटिका pain के कई कारण हो सकते हैं| जैसे

  • Main nerve में सूजन के कारण Sciatica हो सकता है|
  • Slip-disc के कारण भी साइटिका हो सकता है|
  • अधिक देर तक बैठे रहने या खड़े रहने से भी Sciatica pain हो सकता है|
  • Type-2 diabetes के कारण भी Sciatica pain हो सकता है|
  • Physical activity कम होने से भी Sciatica के chances बढ़ सकते हैं|
  • कई बार हमारा काम ऐसा होता है जिसमें अधिक वजन उठाना पड़ता है, जिससे कमर में दर्द रहने लगता है और आगे चलकर साइटिका pain शुरू हो सकता है|
  • अधिक मोटापे के कारण भी Sciatica होने के chances बढ़ जाते हैं|
  • कई बार गिरने या चोट लगने के कारण साइटिका हो सकता है|
  • वृद्धावस्था में रीढ़ या कमर में दर्द रहने से भी Sciatica pain हो सकता है|
  • कई बार body posture सही ना होने पर भी साइटिका हो जाता है|

Read also: पौष्टिक व संतुलित आहार क्या है

साइटिका से बचने व राहत पाने के लिए योग (Four asana to relief Sciatica pain)

योग का अभ्यास व एक्सरसाइज यदि आप नियमित रूप से करें, तो साइटिका से बचाव व राहत पाने में मदद मिलती है|

ताड़ासन: ताड़ासन का अभ्यास करते समय जब हम एडियाँ हवा में उठाते हुए पंजों के बल ऊपर उठते हैं तो पूरे पैरों की मांसपेशियों में खिंचाव आने से साइटिका की दर्द में आराम मिलता है| इस आसन का अभ्यास करने से शरीर सुदृढ़ बनता है, शरीर की 206 हड्डियाँ खिंचाव में आती हैं| पेट व hips पर खिंचाव आने से यहाँ की चर्बी कम होती है| रीढ़ से सम्बंधित मांसपेशियों में रक्त का संचार ठीक प्रकार से होता है| कंधे व सर्वाइकल को स्वस्थ रखने के लिए लाभदायक है| जोड़ों के दर्द व पैर की पिंडलियों की मांसपेशियों के दर्द दूर करने में मदद मिलती है| वृद्धावस्था में तनाव व हाथ-पैरों के कम्पन से बचाव होता है| बच्चों की लम्बाई बढ़ाने में यह आसन महत्वपूर्ण है|

सावधानियां: जिन्हें vericose veins की समस्या हो या चक्कर आते हों उन्हें यह आसन सावधानी से करना चाहिए|

शलभासन: शलभासन का अभ्यास करते समय जब हम पैरों को ऊपर उठाते हैं तो पैरों, जंघाओं और पेट की मांसपेशियां प्रभावित होती हैं| यह आसन इन सभी मांसपेशियों को मजबूत बनाता है जिससे साइटिका के दर्द में राहत मिलती है|

इस आसन का अभ्यास करने से ना केवल साइटिका दर्द में आराम मिलता है बल्कि इसे नियमित रूप से करने से कमर के दर्द में भी राहत मिलती है और जंघा व hips की अतिरिक्त चर्बी कम होती है जिससे मोटापा कम होता है| पेट में अंगों को लाभ मिलता है जिससे पाचन, कब्ज ही समस्या से राहत मिलती है|

सावधानियां: जिन्हें कमर के निचले भाग में दर्द अधिक हो, हर्निया या High B.P. की समस्या हो तो यह आसन सावधानी से करना चाहिए|

सेतुबंधासन: सेतुबंधासन करने से पैरों, hips तथा कमर के निचले भाग की मांसपेशियां प्रभावित होती हैं| इससे ये मांसपेशियां मजबूत बनती हैं तथा साइटिका दर्द में आराम मिलता है|

यदि साइटिका दर्द अधिक हो और टखनों को पकड़ना मुश्किल लगे तो अपने हाथों को आसन पर रखकर शरीर के बीच के भाग से धीरे-धीरे ऊपर उठें और क्षमतानुसार रुकें फिर धीरे-धीरे वापिस आएं| यह बार-बार करें| इससे sciatica में राहत मिलती है| इसके साथ-साथ यह आसन कमर-दर्द में भी आराम दिलाता है तथा चिंता व अवसाद से मुक्ति भी मिलती है|

सावधानियां: अल्सर व हर्निया से पीड़ित व्यक्ति को तथा गर्भावस्था में यह आसन नहीं करना चाहिए|

पश्चिमोतानासन: पश्चिमोतानासन का अभ्यास करते हैं तो हमारे शरीर के पीछे के पूरे भाग में खिंचाव आता है और जब हम अपने पैर के अंगूठे या पंजे को पकड़कर अपनी तरफ खींचते हैं तो पैर के नाख़ून से कमर तक सभी मांसपेशियां खिंचाव में आता हैं| इससे पैर की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं|

इस आसन का अभ्यास करते हुए ध्यान दें कि घुटने ना मुड़ें, इससे घुटनों के पीछे की मांसपेशियों में भी खिंचाव आता है| घुटनों की दर्द और Sciatica pain से आराम दिलाने में यह आसन बहुत लाभदायक है| अगर आप अपने अंगूठे को नहीं पकड़ पाते हैं तो किसी कपड़े, चुन्नी या बेल्ट की मदद लेकर इसे कर सकते हैं|

सावधानियां: आर्थराइटिस की समस्या हो, घुटनों में दर्द अधिक हो या कमर दर्द अधिक हो तो इस आसन का अभ्यास सावधानी से करना चाहिए|

साइटिका से राहत पाने व बचने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज का अभ्यास करना चाहिए, इसकी पूरी जानकारी आप मेरे इस youtube link पर भी देख सकते हैं|

FAQ’s: साइटिका के बारे में कुछ सामान्य प्रश्न (General Questions related to Sciatica)

साइटिका किस उम्र में होती है? (Sciatica kis aayu me hoti है?)

साइटिका का दर्द 30-35 वर्ष से लेकर 50 वर्ष की आयु के लोगों में हो सकता है|

क्या साइटिका के लिए चलना अच्छा है? (Kya sciatica pain me liye chalna achchha hai?)

साइटिका के लिए पैरों, hips movement लाभदायक रहती है| इसलिए चलना अच्छा है| लेकिन धीरे-धीरे व आवश्यकता अनुसार रुक-रुककर व सहारा लेकर चलना चाहिए|


साइटिका के साथ व्यायाम कैसे करें? (sciatica pain me vyayam kaise kare?)

साइटिका pain में चलने, उठने-बैठने में बहुत दिक्कत आती है| लेकिन फिर भी धीरे-धीरे अपनी क्षमता के अनुसार एक्सरसाइज जरुर करनी चाहिए| एक्सरसाइज करने से मांसपेशियों में flexibility आती है और धीरे-धीरे दर्द से आराम मिलता है|
अपनी क्षमता के अनुसार धीरे-धीरे नियमित रूप से योग का अभ्यास करें| जबरदस्ती बिल्कुल न करें| यदि फिर भी दर्द में आराम ना मिले, तो डॉक्टर की सलाह जरुर लें|

साइटिका से सम्बंधित कोई भी जानकारी चाहिए या कोई सुझाव आपके पास हो तो comment box में लिख सकते हैं|

Babita Gupta

M.A. (Psychology), B.Ed., M.A., M. Phil. (Education). मैंने शिक्षा के क्षेत्र में Assistant professor व सरकारी नशा मुक्ति केंद्र में Counsellor के रूप कार्य किया है। मैं अपने ज्ञान और अनुभव द्वारा blog के माध्यम से लोगों के जीवन को तनाव-मुक्त व खुशहाल बनाना चाहती हूँ।

Leave a Comment