योगाभ्यास द्वारा न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक लाभ भी प्राप्त होता है| योगाभ्यास शारीरिक विकार जैसे मधुमेह, श्वास सम्बन्धी विकार, high-low B.P., कई प्रकार की शारीरिक – पीड़ा (body pain) को कम करने के साथ-साथ मानसिक विकार जैसे तनाव, अवसाद, थकान, चिंता, आदि को कम करने में भी सहायक है|
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कमर चक्रासन क्या है (What is Kamar Chakrasana )?
कमर चक्रासन करने के लिए हम कमर के भाग से दाएं-बाएं एक चक्र (wheel) के समान घूमते हैं, इसलिए इसे कमर चक्रासन कहते हैं| कमर चक्रासन बैठ कर किये जाने वाले आसनों में बहुत ही सरल व महत्वपूर्ण आसन है|
कमर चक्रासन विधि (Procedure of Kamar Chakrasana in Hindi)
- Step 1: कमर चक्रासन करने के लिए आसन पर सीधे बैठ जाएँ|
- Step 2: अपने पैरों में अधिक से अधिक फासला करें|
- Step 3: दांई भुजा ऊपर तानें व बांई भुजा कमर के पीछे रखें|
- Step 4: श्वास छोड़ते हुए कमर के भाग से बांई ओर झुकें|
- Step 5: दाएं हाथ की कलाई बाएं पैर के अंगूठे से आगे व माथा घुटने पर हो|
- Step 6: श्वास भरते हुए धीरे-धीरे वापिस आएं|
- Step 7: अब बांई भुजा ऊपर व दांई भुजा कमर के पीछे रखें|
- Step 8: श्वास छोड़ते हुए बाएं हाथ की कलाई दाएं पैर के अंगूठे से आगे व माथा घुटने पर हो|
- Step 9: श्वास भरते हुए धीरे-धीरे वापिस आएं|
- Step 10: इस प्रकार ये एक आवृति हुई| अपने समर्थ्य के अनुसार कई आवृतियाँ की जा सकती हैं|
- Step 11: अब पैरों में फासला कम करें व विश्राम करें|
कमर चक्रासन (kamar chakrasana) करने की सही विधि की पूरी जानकारी आप मेरे इस youtube link पर भी देख सकते हैं|
कमर चक्रासन लाभ (Kamar Chakrasana Benefits in Hindi)
कमर लचीली बनती है: कमर चक्रासन करते समय जब हम कमर के भाग से दाएं व बाएं घूमते हैं तो कमर व रीढ़ प्रभाव में आती हैं| इसलिए इस आसन के करने से कमर व रीढ़ लचीली बनती हैं|
चर्बी कम होती है: कमर चक्रासन का अभ्यास करते समय जब हम आगे की ओर झुकते हैं तो पेट व hips की मांसपेशियां प्रभावित होने से पेट व hips की चर्बी कम होती है|
साइटिका के दोष दूर: कमर चक्रासन करने से hips की मांसपेशियों में खिंचाव आता है जिससे साइटिका के दोष दूर होते हैं|
कमर चक्रासन किन-किन के लिए वर्जित है (For whom Kamar Chakrasana Prohibited)?
- जिन्हें कमर के निचले भाग में दर्द हो या slip-disc की समस्या हो तो उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए|
- बाकी सभी सामान्य स्वास्थ्य वाले युवा व वृद्ध इस आसन को कर सकते हैं|