आकर्ण धनुरासन के फायदे, अभ्यास की विधि तथा सावधानियां

मेरे इस blog में आकर्ण धनुरासन क्या है (What is Akarna dhanurasana) आकर्ण धनुरासन के लाभ (Akarna dhanurasana benefits), आकर्ण धनुरासन करने की विधि (Akarna dhanurasana steps), तथा किसको यह आसन नहीं करना चाहिए, इसके बारे में जानेगे|

आकर्ण धनुरासन बैठकर किए जाने वाले आसनों में बहुत ही महत्वपूर्ण आसन है| जो लोग सारा दिन table-chair पर बैठकर काम करते हैं या जिनकी physical movements कम होती है उनके लिए यह आसन ओर भी लाभदायक है|

आकर्ण धनुरासन क्या है (What is Akarna dhanurasana)?

आकर्ण धनुरासन तीन शब्दों के मेल से बना है आकर्ण+धनुर+आसन| आकर्ण भी दो शब्दों से बना है आ+कर्ण इसमें आ का अर्थ है आना या लाना तथा कर्ण का अर्थ है कान| धनुर का अर्थ है धनुष तथा आसन का अर्थ है मुद्रा| यह एक ऐसी मुद्रा है जिसमें पैर के अंगूठे को खींचकर कान के पास लाया जाता है| इसलिए इसे आकर्ण धनुरासन कहते हैं| आसन का अभ्यास करते हुए जब हम पूर्णता की स्थिति में आते हैं तो शरीर की आकृति बाण चलते हुए धनुष के समान दिखाई देती है| इसलिए इसे Shooting bow-pose या Archer pose भी कहते हैं|

Akarna dhanurasana benefits in Hindi

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आकर्ण धनुरासन करने का तरीका (Procedure of Akarna dhanurasana in Hindi)

Step 1: आसन पर बैठें| पैरों को सामने की ओर फैलाते हुए एड़ी-पंजे मिलाएं| पंजे बाहर की ओर ताने|

Step 2: दाएं पैर को मोड़कर उसके टकने को बाएं घुटने से ऊपर रखें|

Step 3: हाथ की उंगली व अंगूठे का छल्ला बनाकर दाएं हाथ से बाएं पैर का अंगूठा पकड़े और बाएं हाथ से दाएं पैर का अंगूठा पकड़े|

Step 4: श्वास भरें और दाएं पैर के अंगूठे को धीरे-धीरे खींचकर बाएं कान के पास लाएं|

Step 5: कान को ना झुकने दें| गर्दन सीधी रखें| जबरदस्ती ना करें|

Step 6: यह पूर्णता की स्थिति है कुछ क्षण रुकने का प्रयास करें|

Step 7: सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे वापिस आएं| पैर को सीधा करें|

Step 8: अब यही क्रिया दूसरे पैर से भी करें|

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आकर्ण धनुरासन क्या है (Akarna dhanurasana kya hai)? आकर्ण धनुरासन के लाभ (Akarna dhanurasana ke labh), आकर्ण धनुरासन करने की विधि (Akarna dhanurasana karne ki vidhi) और किसको यह आसन नहीं करना चाहिए (kis ko ye aasan nahi karna chahiye)? के बारे में पूरी जानकारी आप मेरे इस youtube link पर भी देख सकते हैं|

आकर्ण धनुरासन के फायदे (Akarna dhanurasana benefits in Hindi)

  • इस आसन का नियमित अभ्यास करने से घुटनों के जोड़, पिंडलियाँ, जंघा, Hips, भुजा, कंधे, सीना, पीठ सभी स्वस्थ, लचीले व मजबूत बनते हैं|
  • इस आसन को करने से हाथ व पैर की नसें मजबूत बनती हैं|
  • इस आसन को करने से thighs व पेट की चर्बी कम होती है| इससे मोटापा कम होता है|
  • पाचन ठीक होता है|
  • लीवर व बड़ी आंत के दोष दूर होते हैं|
  • पेट सम्बंधी समस्याएं ठीक होती हैं|
  • कब्ज की शिकायत दूर होती है|

आकर्ण धनुरासन किन-किन के लिए वर्जित है (For whom Akarna dhanurasana is prohibited)?

किन किन को यह आसन नहीं करना चाहिए|

  • जिनके पेट की सर्जरी हुई हो उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए|
  • जिनके घुटनों या पैर में दर्द हो उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए|
  • जिन्हें गर्दन या कंधों में दर्द हो उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए|
  • जिन्हें High B.P. की समस्या हो उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए|
  • गर्भावस्था में यह आसन नहीं करना चाहिए|

FAQ’s: आकर्ण धनुरासन के बारे में कुछ सामान्य प्रश्न (General Questions related to Akarna dhanurasana)

आकर्ण धनुरासन को ओर किन-किन नामों से पुकारा जाता है (Other names of Akarna dhanurasana)?

आकर्ण धनुरासन को Archer pose, Shooting bow-pose, Bow and arrow pose, Towards the ear bow pose आदि नामों से जाना जाता है|

आकर्ण धनुरासन करते समय क्या सावधानियां रखें (What precaution should be taken while doing Akarna dhanurasana)?

आकर्ण धनुरासन का अभ्यास करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए :

– यह आसन धीरे-धीरे व सावधानी से करना चाहिए|
– कंधे, सिर और कमर झुकने नहीं चाहिए, सीधे रहने चाहिए| तभी इस आसन का पूरा लाभ मिलता है|
– शुरुआत में यदि पैर कान के ज्यादा नजदीक न आ पाए तो जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए|

इस blog में हमने जाना कि आकर्ण धनुरासन क्या है (Akarna dhanurasana kya hai)? आकर्ण धनुरासन के लाभ (Akarna dhanurasana ke labh), आकर्ण धनुरासन करने की विधि (Akarna dhanurasana karne ki vidhi) और किसको यह आसन नहीं करना चाहिए (kis-kis ko ye aasan nahi karna chahiye)?

इस आसन से सम्बंधित कोई भी जानकारी चाहिए या कोई सुझाव आपके पास हो तो comment box में लिख सकते हैं|

Babita Gupta

M.A. (Psychology), B.Ed., M.A., M. Phil. (Education). मैंने शिक्षा के क्षेत्र में Assistant professor व सरकारी नशा मुक्ति केंद्र में Counsellor के रूप कार्य किया है। मैं अपने ज्ञान और अनुभव द्वारा blog के माध्यम से लोगों के जीवन को तनाव-मुक्त व खुशहाल बनाना चाहती हूँ।

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