कुट्टू में कई तरह के ऐसे पौषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी हैं| कुट्टू में न केवल विटामिन –B होता है, बल्कि एंटी ओक्सिडेंट के गुण पाए जाते हैं| कुट्टू को अंग्रेजी में buckwheat के नाम से जाना जाता है| इसके फल को सुखाकर बीज को प्रयोग में लाया जाता है| कुट्टू के बीजों को पीसकर आटा बनाया जाता है| यह gluton free होता है|
व्रत व त्यौहारों में घर में इस आटे को प्रयोग में इसलिए लाया जाता है, क्योंकि इसको अनाज न मानकर फल माना जाता है| लेकिन अब कुट्टू को पौषक तत्वों की विशेषता के कारण मोटे अनाज में शामिल किया गया है| मोटे अनाज की श्रेणी में आने वाले ज्वार, बाजरा, रागी, जौं, मक्का, सवां, कुट्टू, कंगनी, कोदो आदि बहुत महत्वपूर्ण अनाज है| चना को इनमें शामिल नहीं किया गया है| मक्का मोटा अनाज है, लेकिन इसे उन millets/मोटे अनाज में शामिल नहीं किया गया जिन्हें न्यूट्री-सीरियल्स घोषित किया गया था और जो अब “International year of millets” का हिस्सा हैं|
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कुट्टू क्या है? (Kuttu kya hota hai?)
कुट्टू में उच्च quality का प्रोटीन, मैग्नीशियम, विटामिन, आयरन,जिंक, फाइबर, थायमिन आदि पौषक तत्व पाए जाते हैं| इन पौषक तत्वों के मौजूद होने के कारण कुट्टू का महत्व ओर भी बढ़ जाता है| इसकी खेती हमारे देश में जम्मू, हिमाचल आदि स्टेट में की जाती है| कुट्टू का प्रयोग व्रत आदि में किया जाता है क्योंकि इसे घास के रूप में माना जाता है| अब कुट्टू को millets की श्रेणी में रखा गया है जोकि आठ मोटे अनाज में से एक है|
कुट्टू से क्या-क्या बनता है? (Kuttu se kya-kya banta hai?)
कुट्टू की रोटी
कुट्टू का परांठा
कुट्टू की पूरी
आलू-कुट्टू के पकोड़े
कुट्टू के कटलेट
कुट्टू के पेड़े
कुट्टू के मालपुए
कुट्टू का डोसा
कुट्टू पैनकेक (sweet-pancake, नारियल कुट्टू पैनकेक )
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कुट्टू खाने के फायदे (Benefits of kuttu/Buckwheat)
वजन कम करने में सहायक: कुट्टू फाइबर युक्त होता है इसलिए इसे खाने से भूख कम लगती है| बार-बार खाने की जरूरत न पड़ने के कारण वजन कम करने में सहायक है|
मोटापा कम होता है: कुट्टू ग्लूटेन फ्री होता है साथ ही इसमें प्रोटीन व फाइबर बहुत मात्रा में पाया जाता है| इसलिए यह मोटापा कम करने में सहायक है|
Diabetes control: कुट्टू में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है| इसलिए हाई फाइबर के कारण यह मधुमेह/Diabetes को control करता है|
High B.P. control: कुट्टू में काफी मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है| इसलिए यह High B.P. को control करने में सहायक है|
Heart के लिए अच्छा है: कुट्टू में rutin नामक पदार्थ पाया जाता है, जोकि heart को मजबूती प्रदान करता है|
हड्डियों को मजबूती के लिए: इसमें कैल्शियम पाया जाता है| यह हड्डियों को मजबूत करता है|
अस्थमा रोग में उपयोगी: इसमें मैग्नीशियम व विटामिन E पाया जाता है इसके कारण कुट्टू अस्थमा के रोगी के लिए फायदेमंद है|
मानसिक स्वास्थ्य के लिए उत्तम है: कुट्टू का सेवन करने से मानसिक स्वास्थ्य ठीक रहता है, क्योंकि इसमें anti-oxidents के गुण पाए जाते हैं| इस का सेवन करने से तनाव कम होता है|
कब्ज में फायदेमंद: कुट्टू में फाइबर अधिक मात्रा में होने के कारण यह कब्ज नहीं होने देता|
बालों के लिए लाभदायक: इसमें विटामिन व जिंक होता है| इसलिए यह बालों के लिए लाभदायक है| इसका सेवन करने से बाल मजबूत बनते हैं और झड़ते भी नहीं हैं|
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सावधानियाँ (Savdhaniyan):-
कुट्टू के आटे से संबधित क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिएं|
कुट्टू के आटे को बहुत अधिक देर तक नहीं रख सकते | इसे फ्रीज़ में रखकर तीन महीने तक प्रयोग किया जा सकता है|
हर बार नवरात्रों/त्योहारों के समय प्राय: देखने में आया है कि कई बार लोग कुट्टू का आटा खाने से बीमार हो जाते हैं, जिसका मुख्य कारण आटे में मिलावट या पुराना आटा होता है| इसलिए इसको फ्रीज़ में रखकर केवल तीन महीने तक ही प्रयोग में लाएं|
FAQ’s: कुट्टू के बारे में कुछ सामान्य प्रश्न (General Questions related to Kuttu)
क्या कुट्टू का आटा गर्म होता है? (Kya kuttu ka aata garm hota hai?)
कुट्टू के आटे की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसको मुख्य रूप से सर्दी के दिनों में प्रयोग में लाया जाना चाहिए|
क्या कुट्टू सेहत के लिए अच्छा है?
हाँ, कुट्टू खाना सेहत के लिए बहुत अच्छा है| इसके पौष्टिक गुणों को देखते हुए इसे मोटे अनाज की श्रेणी में शामिल किया गया है| इसमें प्रोटीन, मैग्नीशियम, विटामिन, आयरन, जिंक, फाइबर, थायमिन आदि पौषक तत्व पाए जाते हैं|
कुट्टू के आटे को कितने दिन तक प्रयोग किया जा सकता है?
कुट्टू के आटे को बहुत अधिक देर तक नहीं रख सकते| इसे फ्रीज़ में रखकर तीन महीने तक प्रयोग किया जा सकता है|
कुट्टू का आटा कैसे बनता है?
कुट्टू के फलों को सुखाने के बाद उसका बीज अलग कर लिया जाता है और उसको पीसकर आटा बनाया जाता है|
कुट्टू से सम्बंधित कोई भी जानकारी चाहिए या कोई सुझाव आपके पास हो तो comment box में लिख सकते हैं|