कब्ज क्या है: कब्ज दूर करने के लिए ध्यान रखने योग्य बातें, परहेज और सावधानियां

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भोजन का ठीक प्रकार से पचना और समय पर मल का त्याग करना अति आवश्यक है| आजकल विकृत जीवन शैली, physical movement की कमी, खानपान के गलत तरीके व अनियमित खाने की आदतों के कारण व्यक्ति की पाचन-शक्ति कमजोर हो रही है| जिसके परिणाम स्वरूप पेट की समस्याएं जन्म लेती है| जैसे कब्ज, गैस, बदहजमी, खट्टी डकार, acidity आदि| समय पर लेट्रिन न जाना या मल त्यागने के लिए समय का अभाव (कमी) दोनों ही कारण कब्ज की समस्या को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं|

आजकल की भागदौड़ भरी जीवन-शैली में हमारे पास समय ही नहीं है कि हम अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए एक ऐसा आहार खा सकें जो पौष्टिक हो, कम मसालेदार हो और पचने में आसान हो| इसलिए समय के अभाव में हमें जो मिलता है, हम वही खा लेते हैं| अगर हमारे द्वारा खाया गया भोजन ज्यादा वसा युक्त, तला हुआ, मैदा युक्त है तो इसे खाने से पाचन-क्रिया पर बुरा प्रभाव पड़ता है| इससे कब्ज, acidity जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं| इसके साथ-साथ मानसिक व भावनात्मक तनाव का भी हमारे पेट पर बुरा प्रभाव पड़ता है, जिसके कारण भी कब्ज जैसी समस्या उत्पन्न होती है|

इसलिए ये जानना जरूरी है कि कब्ज क्या है, कब्ज से बचने के लिए क्या परहेज करें, भोजन करने के लिए क्या नियम बनाएं ताकि कब्ज न हो, कब्ज दूर करने के लिए किन बातों का ध्यान रखें|

कब्ज क्या होता है? (Kabj kya hota hai in hindi)

एक ऐसी समस्या है जिसमें व्यक्ति का मल सख्त हो, मल बाहर निकलने में परेशानी हो या मल त्यागते समय नीचे दर्द महसूस हो, तो यह कब्ज या constipation कहलाता है|

कब्ज में व्यक्ति को एक बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है| जब व्यक्ति दिन में एक या दो बार fresh नहीं हो पाता या लेट्रिन जाने के लिए उसे जोर लगाना पड़ता है तो इसे कब्ज की समस्या कहते हैं| कई बार व्यक्ति को बार-बार fresh होना पड़ता है लेकिन फिर भी वह पूरी तरह से मल नहीं त्याग पाता, उसे फिर से स्टूल पास करने की जरूरत महसूस होती है, तो यह भी कब्ज है| कब्ज होने पर कई बार व्यक्ति 2 या 3 दिन तक भी मल नहीं त्याग पाता तो इससे पेट में भारीपन, गैस, एसिडिटी, पेट दर्द व सिर दर्द जैसी समस्याएं आती हैं|

कब्ज क्या है

सामान्य मल कैसा होना चाहिए (Samanya mal kaisa hota hai)

एक सामान्य मल कैसा होना चाहिए इसके बारे में जानना भी जरूरी है| क्योंकि मल के रंग को देखकर व potty test करके डॉक्टर बीमारी के कारण व इलाज का पता लगाते हैं|

  • सामान्य रूप से मल का रंग पीलापन लिए हुए, हल्का भूरा या भूरा आदि होना चाहिए|
  • मल बंधा हुआ हो|
  • और टुकड़ों में विसर्जित न होता हो|
  • मल त्यागने में समय अधिक नहीं लगता हो|
  • कुछ सेकंड में ही मल त्याग हो जाना और महसूस होना कि आपने मल पूरी तरह से त्याग दिया है, तो यह सामान्य मल कहलाता है|
  • मल अगर छोटे-छोटे गोलों के रूप में बकरी के मिंगन के समान होता है, तो इसे कब्ज माना जाता है, सामान्य मल नहीं माना जाता|

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कब्ज से बचाव के लिए परहेज (Kabj se bachne ke liye parhej)

ठीक ही कहा गया है – “इलाज से परहेज अच्छा

इसका अर्थ यह भी है कि कब्ज की समस्या से बचने के लिए परहेज जरूरी है| आजकल बहुत अधिक लोग कब्ज जैसी समस्या का शिकार हो रहे हैं| इसलिए कुछ चीजों का परहेज करें ताकि पेट ठीक रहे, पचने में आसानी हो, मल सख्त न हो, तथा मल त्यागने में समस्या का सामना ना करना पड़े| इसलिए कब्ज की समस्या से बचने के लिए कुछ चीजों का परहेज करना चाहिए| जैसे

  • एक स्वस्थ दिनचर्या का पालन करें, रात को समय पर सोएं व सुबह जल्दी उठें
  • जंक फ़ूड व मैदा युक्त भोजन का सेवन कम करें, जैसे पिज़्ज़ा, बर्गर, maggi, पास्ता आदि|
  • कोल्डड्रिंक, packed juice, soft-drinks आदि पीने से बचें|
  • अधिक मसालेदार भोजन खाना बंद करें|
  • खाना खाते ही लेटने से बचें|
  • ताजे फल व सब्जियों का अत्यधिक अभाव न रहने दें|
  • तनाव व चिंता करने से बचें|

भोजन करने के लिए नियम बनाएं| (Bhojan karne ke niyam banaye)

कब्ज किसी भी उम्र में हो सकती है| पहले यह केवल बड़ी उम्र के लोगों में देखी जाती थी, लेकिन आजकल बच्चे भी कब्ज की समस्या का शिकार हो रहे हैं| इसलिए खाना खाने के लिए भी कुछ नियम बनाएं और उनका दृढ़ता से पालन करें|

  • भोजन समय पर खाएं|
  • पूरे दिन में तीन बार और थोड़ी-थोड़ी मात्रा में भोजन खाएं|
  • रात का भोजन सोने से 2-3 घंटे पहले खा लें|
  • ताजा खाना खाना चाहिए, बासी नहीं|
  • हमेशा भूख से कम भोजन ग्रहण करें, क्योंकि अधिक मात्र में खाए हुए भोजन का पाचन भी ठीक से नहीं हो पाता|
  • पाचन-तंत्र को स्वस्थ व शक्तिशाली बनाने के लिए पौष्टिक व संतुलित आहार लें|
  • पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं|

कब्ज दूर करने के लिए ध्यान रखने योग्य बातें (Kabj dur karne ke liye dhyan rakhne yogay baaten/special points)

कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए| जैसे

  • एक दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी जरुर पिएं| इससे खाने को dialuteकरने में मदद मिलती है इसलिए पानी पाचन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है|
  • फल व सब्जियों का अधिक मात्रा में सेवन करें| इनमें फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो खाना पचाने में लाभदायक है इसलिए ये कब्ज को दूर करने में सहायक है|
  • खाना खाने से पहले सलाद जरुर खाएं|
  • पत्तेदार सब्जियों का खूब सेवन करें, उसमें पालक, बथुआ, मैथी आदि खाएं|
  • फलों में पपीता, अंगूर, अमरुद, केला बहुत लाभदायक हैं| पपीते का ज्यादा प्रयोग करें, ये कब्ज को दूर करने में लाभदायक है| अमरुद में फाइबर अधिक होता है, इसलिए इसे खाने से कब्ज की समस्या दूर करने में मदद मिलती है| पाचन ठीक होता है| पका हुआ केला भी कब्ज में लाभदायक है|
  • अंकुरित अनाज, चौकर सहित आटा, मोटे अनाज व दालों का सेवन भी फायदेमंद है|
  • दूध व दूध से बने पदार्थों को अपने भोजन का हिस्सा बनाएं| रात को सोने से पहले गर्म दूध पीया जा सकता है|
  • भोजन में मोटे अनाज का सेवन करना कब्ज की समस्या में लाभदायक है| अनाज को बदल-बदलकर प्रयोग करें| Mix अनाज या multi-grain आटा खाएं| बेसन की बजाए चने के आटे का प्रयोग करें|
  • तनाव कम लें| जो लोग stress/तनाव में रहते हैं या अधिक चिंता करते हैं, उन्हें भी कब्ज की समस्या का सामना करना पड़ता है|
  • रसोई में उपलब्ध चीजों का प्रयोग करके भी कब्ज दूर करने में मदद मिलती है| इन चीजों का उपयोग करके हम जो तरीके अपनाते हैं उन्हें घरेलू उपाय कहा जाता है| इस तरह कब्ज दूर करने के लिए कुछ घरेलू उपाय भी किये जा सकते हैं|
  • कब्ज दूर के लिए योग का सहारा लिया जा सकता है| योग करने से पाचन अंगों की मालिश हो जाती है, जिससे पाचन-तंत्र मजबूत बनता है और मल त्यागना आसान हो जाता है| योग में कुछ ऐसे आसन हैं जिनका नियमित अभ्यास करने से कब्ज की समस्या से राहत मिल सकती है|
  • योग में कुछ प्राणायाम ऐसे हैं जो बहुत महत्वपूर्ण हैं| प्राणायाम का अभ्यास भी योगासनों की तरह ही शरीर को प्रभावित करता है| प्राणायाम करने से पूरे शरीर में रक्त का संचार ठीक प्रकार से होता है साथ ही ऑक्सीजन हर अंग तक पहुंचती है| कब्ज दूर करने के लिए प्राणायाम का नियमित अभ्यास करें, तो इससे कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है|
सावधानियां: कुछ लोग, जिन्हें दूध से एलर्जी है या जिन्हें दूध से मिलने वाले lactose को पचाने में दिक्कत आती है, उन्हें milk व milk products का use नहीं करना चाहिए|

FAQ’s: कब्ज के बारे में कुछ सामान्य प्रश्न (General Questions related to Kabj/Constipation)

कब्ज दूर करने के लिए क्या करें? (kabj dur karne ke liye kya kare?)

कब्ज से छुटकारा पाने के लिए सबसे पहले अपने सोने व उठने के समय को निर्धारित करें| सुबह उठकर एक गिलास गर्म या गुनगुना पानी पिएं| फिर सैर पर जाएं| भोजन में आसानी से पचने वाले पदार्थों का सेवन करें| पौष्टिक आहार लें| पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं| कब्ज से बचने के लिए खानपान की कुछ चीजों से परहेज करें| कब्ज को दूर करने के लिए घरेलु उपाय करें| कब्ज के लिए योग-आसन का नियमित अभ्यास करें| कब्ज दूर करने के लिए प्राणायाम का अभ्यास करें| इन तरीकों को अपना कर कब्ज की समस्या को दूर किया जा सकता है| फिर भी अगर किसी कारण से कब्ज की समस्या में सुधार ना हो, तो डॉक्टर से सलाह लें|

कब्ज में कौन से भोजन से परहेज करें? (Kabj me kaise bhojan se parhej kare?)

कब्ज हो तो मसालेदार, तला हुआ भोजन और मैदायुक्त आहार का सेवन ना करें क्योंकि इनको पचाने में मुश्किल होती है|

कब्ज से सम्बंधित कोई भी जानकारी चाहिए या कोई सुझाव आपके पास हो तो comment box में लिख सकते हैं|

Babita Gupta

M.A. (Psychology), B.Ed., M.A., M. Phil. (Education). मैंने शिक्षा के क्षेत्र में Assistant professor व सरकारी नशा मुक्ति केंद्र में Counsellor के रूप कार्य किया है। मैं अपने ज्ञान और अनुभव द्वारा blog के माध्यम से लोगों के जीवन को तनाव-मुक्त व खुशहाल बनाना चाहती हूँ।

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