योगासनों का अभ्यास शरीर को स्वस्थ रखने तथा मांसपेशियों को विकसित करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है| भिन्न-भिन्न योगासन शरीर के भिन्न-भिन्न हिस्सों पर अपना प्रभाव डालते हैं| योगासनों के प्रभाव को शरीर पर महसूस करने से जो थकान होती है, उससे बचने के लिए व विश्राम आदि के लिए भी कुछ आसनों का अभ्यास किया जाता है| मकरासन उनमें से एक आसन है जोकि मांसपेशियों के विश्राम व शिथिलीकरण के लिए किया जाता है|
कमर, पीठ व जोड़ों के दर्द को आराम दिलाने वाला, तनाव, चिंता व अनिद्रा को नियंत्रित करने वाला मकरासन बहुत महत्वपूर्ण आसन है|
आइए जानें कि मकरासन क्या है (What is Makarasana)?, मकरासन कैसे करते हैं? (Makarasana procedure step by step) और मकरासन के लाभ (Makarasana benefits) तथा इसे किस-किसको नहीं करना चाहिए (Who should not do makarasana)|
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मकरासन क्या है (What is Makarasana)?
मकरासन दो शब्दों के मेल से बना है मकर + आसन| मकर का अर्थ है मगरमच्छ, मगर या घड़ियाल तथा आसन का अर्थ है मुद्रा | आसन करते हुए जब हम पूर्णता की स्थिति में आते हैं तो शरीर की आकृति मगरमच्छ के समान दिखाई देती है इसलिए इसे मकरासन कहते हैं| इसे Crocodile pose भी कहते हैं| यह विश्राम की भी एक स्थिति है| मांसपेशियों को आराम तथा शरीर को विश्राम देने के लिए यह आसन बहुत महत्वपूर्ण है| पेट के बल लेटकर किये जाने वाले आसनों के बाद इस आसन का अभ्यास करने से शरीर को आराम मिलता है|
मकरासन करने का तरीका (Makarasana karne ki vidhi in Hindi)
मकरासन हम दो तरीके से करेंगे| मकरासन की दोनों विधि step by step इस प्रकार हैं|
मकरासन की विधि – 1:
Step 1: मकरासन के लिए पेट के बल लेटें|
Step 2: अब पहले दायां हाथ उसके ऊपर बायां हाथ रखें व हाथों के ऊपर माथा रखें|
Step 3: दोनों पैरों में जितना संभव हो उतना फासला करें
Step 4: दोनों पंजे बाहर की ओर तथा एडियाँ अंदर की ओर हों|
Step 5: आँखें बंद रखें व विश्राम करें|
Step 6: यह पूर्णता की स्थिति है| लम्बे-गहरे श्वास लें धीरे-धीरे श्वास सामान्य हो जायेंगे|
Step 7: अगर हम अपने दाएं कान को हाथों पर रखते हैं तो यह दाएं तरफ मकरासन होगा और अगर बाएं कान को हाथों पर रखते हैं तो यह बाएं तरफ मकरासन होगा|
Step 8: आसनों के बाद विश्राम के लिए इस आसन का अभ्यास किया जाता है|
मकरासन करने का सही व आसान तरीका आप मेरे इस youtube link पर भी देख सकते हैं।
मकरासन की विधि – 2:
Step 1: मकरासन दूसरी विधि से करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेटें|
Step 2: एड़ी-पंजे मिलाएं और पंजे बाहर की ओर तानें|
Step 3: अपने दोनों हाथों को कोहनी से मोड़ते हुए हथेलियों को अपनी ठोड़ी के नीचे रखें|
Step 4: अपनी सुविधा के अनुसार कोहनियों को एक दूसरे से पास या दूर रख सकते हैं|
Step 5: अब अपनी कोहनियों को धीरे-धीरे आगे की ओर करें, इससे गर्दन व कंधों पर प्रभाव पड़ता है, जिससे गर्दन व कंधों तथा सर्वाइकल की दर्द में आराम मिलता है|
Step 6: यह पूर्णता की स्थिति है| कुछ देर इस अवस्था में रहने के बाद धीरे-धीरे वापिस आएं और मकरासन भाग – 1 में विश्राम करें|
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मकरासन के फायदे (Makarasana benefits in Hindi)
मकरासन का अभ्यास करने से बहुत लाभ प्राप्त होते हैं जो निम्न प्रकार हैं:
मांसपेशियों के आराम के लिए: आसनों का अभ्यास करते समय जिन मांसपेशियों पर अधिक श्रम करना पड़ा हो उन्हें पूरा आराम देने के लिए मकरासन बहुत लाभदायक आसन है| इसे अन्य आसनों के अभ्यास के बाद करना भी लाभकारी रहता है|
तनाव व चिंता से राहत: इस आसन का नियमित अभ्यास करने से तनाव व चिंता से सम्बंधित problems को दूर करने में आसानी होती है|
अनिद्रा (Sleep disorder) के नियन्त्रण में सहायक: अनिद्रा की समस्या को control करने में मकरासन बहुत सहायक है|
पीठ व कमर दर्द में आराम: यह आसन पीठ-दर्द व lower back pain में आराम दिलाने में मदद करता है| इसका नियमित अभ्यास करने से पीठ व कमर relax हो जाती हैं तथा पीठ दर्द व कमर दर्द को दूर करने में सहायता मिलती है|
जोडों के दर्द के लिए: जोडों के दर्द में आराम दिलाने में मकरासन बहुत महत्वपूर्ण है| जैसे घुटनों में दर्द, गर्दन व कंधे में दर्द आदि|
Cervical के लिए: मकरासन की दूसरी विधि का अभ्यास करने से गर्दन व कंधों तथा सर्वाइकल की दर्द में आराम मिलता है|
रीढ़ में आराम: मकरासन का नियमित अभ्यास रीढ़-सम्बंधी समस्याओं को दूर करने में लाभदायक है| जैसे slip disc, साइटिका आदि|
High B.P. का नियन्त्रण: मकरासन का नियमित अभ्यास उच्च रक्तचाप (High B.P.) की समस्या को नियंत्रित करने में मदद करता है|
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मकरासन किन के लिए वर्जित है (Who should not perform makarasana)?
मकरासन किस-किस को नहीं करना चाहिए|
- जिन्हें ह्रदय सम्बंधी (heart problem) समस्या हो उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए|
- जिनके पेट की सर्जरी हुई हो उन्हें यह आसन नहीं करना चाहिए|
- गर्भवती महिलाओं को यह आसन नहीं करना चाहिए|
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FAQ’s: मकरासन से सम्बंधित सामान्य प्रश्न (General questions related to Makarasana)|
क्या मकरासन कमर दर्द में आराम करने के लिए अच्छा है? (Is Makarasana good for back pain?)
हाँ, मकरासन एक ऐसा आसन है जिसे करते समय हम पेट के बल लेटते हैं इससे रीढ़ प्रभावित होती है तथा कमर पर खिंचाव आता है| इसलिए यह आसन कमर के दर्द को कम करने में सहायक है|
मकरासन कितनी देर करना चाहिए? (How long should we do Makarasana)?
मकरासन एक ऐसा आसन है जिसे करते समय हम पेट के बल लेटते हैं| इसका अभ्यास करते हुए शुरू में पूर्णता की स्थिति में 1 से 3 मिनट तक रुकने का अभ्यास करें| पूरी practice हो जाने पर अपनी क्षमता के अनुसार 10 से 30 मिनट तक किया जा सकता है|
मकरासन कौन सा आसन है?(What aasana is makarasana?)
मकरासन में मकर का अर्थ है मगरमच्छ है| आसन करते हुए मगरमच्छ के समान लेटा जाता है इसलिए इसे मकरासन कहते हैं| पेट के बल लेटकर किए जाने वाले वाला यह बहुत सरल, आसन व आरामदायक आसन है|
मकरासन का अर्थ क्या है?(What is the meaning of makarasana?)
मकरासन में मकर का अर्थ है मगरमच्छ तथा आसन का अर्थ है मुद्रा | आसन करते हुए जब हम पूर्णता की स्थिति में आते हैं तो शरीर की आकृति मगरमच्छ के समान दिखाई देती है इसलिए इसे मकरासन कहते हैं| यह विश्राम की एक अवस्था भी है| इसे अन्य आसनों के बाद किया जाने पर आराम मिलता है तथा शरीर को लाभ पहुंचता है|
इस blog में मकरासन क्या है (What is Makarasana)?, मकरासन कैसे करते हैं? (Makarasana procedure) और मकरासन के लाभ (Makarasana ke labh) के बारे में जाना|
मकरासन से सम्बंधित कोई भी जानकारी चाहिए या कोई सुझाव आपके पास हो तो comment box में लिख सकते हैं|