कोरोना के कारण वृद्धावस्था में तनाव (Stress due to corona in old age in Hindi)

इस blog में कोरोना के कारण वृद्धावस्था में होने वाला तनाव (What is corona stress in old age)?, कारण (causes), लक्षण (Symptoms), तनाव को दूर करने के उपायों (How to release corona stress in old age) तथा परिवार के लोगों की जिम्मेदारी के बारे में जानेगे|

सुख-दुःख या परेशानियाँ हमारे जीवन का हिस्सा हैं| कोई समस्या किसी व्यक्ति के लिए बड़ी है, तो जरूरी नहीं वह दूसरे के लिए भी उतनी ही बड़ी हो| परन्तु covid-19 एक ऐसी समस्या है जो न केवल एक व्यक्ति के लिए बल्कि पूरे विश्व में एक साथ आई है| इस महामारी का सामना सभी को करना पड़ रहा है| जवान और बच्चे ही नहीं बूढ़े भी इस की चपेट में आ रहे हैं| कोविड से हुए तनाव से इंसान के व्यवहार में बदलाव आ रहे हैं| जिससे मानसिक-स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं|

covid-19 ने सारी दुनिया में अपना संक्रमण फैलाया है| कोरोना के कारण किसी के सिर से पिता का साया उठ गया, तो किसी ने अपनी माँ को खो दिया| इससे परिवार के परिवार बिखर गए| जिनके परिवार को कोरोना जैसी महामारी को झेलना पड़ा, उन का दुःख भी कम नहीं है| बहुत से परिवारों की जिंदगी कोरोना के कारण दुश्वार हो गई है| इन सब बातों का असर बुजुर्गों पर ओर अधिक पड़ा है|

पूरी दुनिया में भयंकर रूप से फैलने वाला कोरोना वायरस अपने साथ एक शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक-स्वस्थ्य सम्बन्धी महामारी भी लेकर आया है| कोरोना महामारी के कारण अब मानसिक तनाव बढ़ रहा है| कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए जो पाबंदियां लगाई गई थी वे अब लोगों के जीवन में मानसिक तनाव का कारण बन रही हैं| लोगों में anxiety व depression के लक्ष्ण बढ़ रहे हैं| जो बुजुर्ग लोग पहले से तनाव ग्रस्त थे उनकी स्थिति ओर गम्भीर व तनावग्रस्त हो गई है| मानसिक सेहत ठीक न रहने से रक्त में कोलेस्ट्रोल का स्तर बढ़ता है तथा इम्युनिटी भी कम होती है| उनमें हार्ट-अटेक, high B.P. और लकवा जैसी बिमारियों का खतरा बढ़ रहा है|

Stress due to corona in old age in Hindi

कोरोना तनाव के लक्षण (Symptoms of corona stress) 

स्ट्रेस (stress) का व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है| इसके कारण उसे कई बीमारियाँ होने की संभावना बढ़ जाती हैं| कोरोना से उत्पन्न तनाव के लक्ष्ण निम्न प्रकार के हो सकते हैं|

  • बैचेनी
  • घबराहट
  • पसीना आना
  • हमेशा कोरोना के बारे में सोचते रहना
  • किसी काम में मन न लगना
  • परिवार, पड़ोस व समाज के बारे में सोच-सोच कर परेशान होते रहना
  • नींद की कमी
  • कब्ज या दस्त लगना
  • बी.पी. बढ़ना
  • चिंता करना

कोरोना तनाव के कारण (Causes of corona stress) 

  • खांसी जुकाम होने पर कोरोना होने के भय से तनाव
  • खुद को या परिवार में किसी की तबियत खराब होने से तनाव
  • पड़ोस में किसी को कोरोना होने से तनाव
  • अपने घर में किसी को कोरोना होने पर परिवार के अन्य सदस्यों को तनाव
  • T.V.पर व अख़बार में कोरोना के बढ़ते केस के समाचार सुन-पढ़ कर तनाव
  • lock down की पाबंदियों के कारण तनाव
  • बाहर जाने पर मास्क पहनने की पाबंदियों से तनाव

कोरोना तनाव को दूर करने के तरीके (Release of corona stress in old age) 

ज्यादा तनाव डिप्रेशन को जन्म दे सकता है, इसलिए तनाव में अपने आप को relax रखने का प्रयास करें| कई ऐसे तरीके हैं, जिससे आप खुद को तनावमुक्त रख सकते हैं| हमें अपनी दिनचर्या में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जिससे खुद को मानसिक तनाव से दूर रखा जा सके| कोरोना महामारी के इस मुश्किल समय में जो व्यक्ति हर तरह की situation में खुद को ढाल लेगा, वही सबसे ज्यादा खुश, स्वस्थ व तनाव मुक्त रहेगा| कुछ तरीके आप को तनावमुक्त रखने में मदद कर सकते हैं|

ध्यान केन्द्रित करें (meditation करें): अपने विचार, भावनाएं तथा व्यवहार पर ध्यान दें| धीरे-धीरे अपना ध्यान श्वासों पर लगायें| तनाव की स्थिति में ध्यान केन्द्रित करना कई बार मुश्किल हो जाता है| ऐसे में अपने अंदर की ताकत को महसूस करें| बार-बार ध्यान लगाने का प्रयास करें| मैडिटेशन हर रोज करें| धीरे-धीरे समय बढ़ाएं| ध्यान भटकने लगे तो फिर से अपना ध्यान श्वासों पर केन्द्रित करें| इस प्रकार हम अपने ध्यान को आसानी से केन्द्रित कर सकते हैं और अपने तनाव को दूर कर सकते हैं|

खुश रहें: खुद को हमेशा खुश रखें| कभी भी मायूस न हों क्योंकि जिंदगी कहीं से भी अच्छा मोड़ तलाश कर लेती है| खुश रहने की वजह दुनिया नहीं देती, हमें खुद बनानी पड़ती है| जब आप खुश होंगे तभी आप अपने परिवार को खुश रख पायेंगें| आप और आप का परिवार खुश होगा तो तनाव भी आप से दूर रहेगा|

गहरे लम्बे श्वास: गहरे-लम्बे श्वास तनाव, घबराहट व अशांति को दूर करती है| धीरे धीरे लम्बी गहरी श्वास अंदर खींचें| अपनी नाभि तक हवा के प्रवाह को महसूस करें| कुछ समय श्वास को अंदर रोक कर रखें| फिर धीरे धीरे श्वासों को बाहर करें व पेट को अंदर की ओर खींचें| इस अवस्था में श्वास को बाहर रोक कर रखें| यह प्रकिया बार-बार करें|

खुद का ख्याल रखें: खासी जुकाम महसूस होने पर भांप लें| गर्म पानी के गरारे करें| ये लक्ष्ण कोरोना के ही हैं, इस बात से न डरें क्योंकि ये सामान्य भी हो सकते हैं| लोग जितने जागरूक होगें जीत उतनी ही आसान होगी| बुखार होने पर या दिक्कत बढ़ने पर डॉक्टर की सलाह जरुर लें|

योगा करें: प्रतिदिन योगाभ्यास करें, ये आपको स्वस्थ व निरोग बनाएगा| इस समय आप जिम या पार्क में योग नहीं कर सकते, तो घर पर ही video या app की मदद लें| स्ट्रेस दूर करने के लिए इम्युनिटी बढ़ाना बहुत जरूरी है और ये इम्युनिटी yoga द्वारा बढ़ाई जा सकती है| इम्युनिटी बढ़ने से कोरोना के खतरों से भी बचा जा सकता है| कहा भी गया है, पहला सुख निरोगी काया|

पौष्टिक आहार लें: 40-45 की आयु के बाद खाने में नमक व मीठे की मात्रा कम करें| अंकुरित व पौष्टिक खाना खाएं| भोजन में विटामिन C और D का प्रयोग करें जैसे नींबू संतरा, केले, अनानास, लहसुन आदि| विटामिन बी कॉम्पलेक्स, प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन का प्रयोग करें| इस आयु में तला हुआ भोजन कम खाएं| रात को हल्का भोजन लें|

धैर्य न खोएं: जीवन में कोई भी problem आने पर उसका समाधान positive व व्यवस्थित तरीके से सोचें| समस्या आने पर धैर्य से काम लें तथा अपनी counseling खुद करें| समस्या के कारण को समझकर उसका समाधान ढूंढे| इस प्रकार आप को समस्या के कई समाधान मिल सकते हैं| जो रास्ता सही लगे उसे अपनाएं व तनावमुक्त हो जाएँ|

किसी से बातचीत करें: इंसान के लिए दोस्तों व अपनों का साथ और सहयोग बहुत जरूरी होता है| तनाव होने पर अपने मित्रों या परिवार के सदस्यों से बात करें| शांत रहने का प्रयास करें| घबराएँ नहीं| रोने से खुद को न रोकें| रोने से भी परेशानी दूर हो जाती है तथा आप हल्का व तनावमुक्त महसूस करते हैं|

अच्छी किताबें पढ़ें: अपनी रूचि  की अच्छी किताबें पढ़ें| किताबें पढ़ने से दिमाग शांत होता है, नींद अच्छी आती है व तनाव कम होता है| लिखने  की आदत बनाएं| जो मन को अच्छा लगे वह लिखें| लिखने से भी तनाव कम होता है|

भरपूर नींद लें: पूरी नींद हमारे स्वास्थ्य को ठीक रखती है| इससे हमारा इम्यून सिस्टम ठीक रहता है| मानसिक थकावट दूर होती है तथा इससे तनाव कम होता है| हम तरोताजा महसूस करते हैं|

हंसी योग करें: हंसने से तनाव कम होता है, मन प्रसन्न रहता है तथा नींद न आने की समस्या दूर होती है| हंसने से बी. पी. की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है| खुल कर हंसने से blood circulation होता है| हंसने से चेहरे की मांसपेशियों की कसरत होती है| जिस प्रकार हम अपने शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं, उसी प्रकार हंसी योग द्वारा हम अपने मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रख सकते हैं| ये हमें covid-19 के खतरों से बचाने में लाभकारी है|

मन पसंद काम करें: अपनी पसंद का काम करने से तनाव कम होता है| व्यक्ति बेहतर महसूस करता है| इससे मन खुश रहता है तथा मानसिक तनाव नहीं होता|

बुजुर्गों के प्रति कोरोना तनाव में परिवार की जिम्मेदारी (Family’s responsibility during corona stress) 

कोरोना जैसी महामारी में बुजुर्ग भी परेशानी महसूस कर रहे हैं| अगर परिवार में किसी एक को भी यह बीमारी हो जाये तो बुजुर्गों की चिंता ओर भी बढ़ जाती है| माता-पिता अब भले ही बुजुर्ग हो गए हों लेकिन उनका ध्यान रखना परिवार की सबसे पहली जिम्मेदारी है| अगर हम अपने माता पिता को वही प्यार दें जो उन्होंने हमें बचपन में दिया था तो याद रखिये यह उन के लिए हर दुःख व तनाव को खत्म कर देगा| इसके लिए कुछ बातें ध्यान रखने योग्य हैं|

  • कई बार बुजुर्ग माता-पिता आप को कुछ कहते हैं तो उनकी बात ध्यान से सुनें| सही लगे तो उस पर अमल करें नहीं तो उन्हें अपनी बात समझाएं|
  • माता-पिता को covid-19 के नियमों के बारे में बताएं जैसे बाहर जाते वक्त मास्क लगायें, बार-बार हाथ धोएं व social-distancing का पालन करें| उनपर किसी प्रकार की पाबंदी न लगायें, केवल इतना बताएं कि किसी भी प्रकार की भीड़ का हिस्सा बनने से बचें|
  • माता-पिता की रोक-टोक को नजरंदाज न करें| उनकी बात को महत्व दें| क्योंकि वे आप की फ़िक्र करते हैं, इसलिए टोकते हैं| वे चाहते हैं कि आप को सफलता मिले| इस रोक-टोक को अपने और उन के बीच का generation-gap न बनने दें|
  • कई बार माता-पिता आपके साथ नहीं बल्कि किसी अन्य शहर में रहते हैं| आप को किसी भी प्रकार की शारिरिक या मानसिक परेशानी आने पर (कोरोना जैसी महामारी में) वे आपके लिए फिक्रमंद हो जाते हैं| अगर आप अपने परिवार से दूर हैं, तो कॉल या video कॉल के जरिये अपने माता-पिता से बात करें| इससे आप का तनाव भी कम होगा व माता –पिता का भी|
  • हमें बच्चों में संस्कार develop करने चाहिए| ताकि वे बड़ों के मान-सम्मान का ध्यान रखें, उनकी परवाह करें, उनकी भावनाओं को समझें| यह प्रेम व सम्मान बुजुर्गों के तनाव को कम करने में सहायक होगा|

Read: Stress Management in Hindi

FAQ’s : Stress management के बारे में कुछ सामान्य प्रश्न (Questions)|

कोरोना तनाव को कैसे दूर करें (How to release corona stress)?

कोरोना से होने वाले तनाव को दूर करने के निम्न उपाय किए जा सकते हैं| जैसे सकारात्मक (positive) सोचें| अपनों के सम्पर्क में रहें| पौष्टिक व संतुलित आहार लें| पूरी नींद लें| खाली न रहें| नशीले पदार्थो से बचें| घर में योगाभ्यास करें| आसन प्राणायाम व ध्यान तनाव को दूर करने में मदद करते हैं| प्राणायाम करने से फेफड़े मजबूत बनते हैं|

कोरोना तनाव को दूर करने वाले आसन व प्राणायाम कौन से हैं (Asanas and pranayama (Yoga) for corona stress)?

कोरोना से होने वाले तनाव को दूर करने में योगाभ्यास का बहुत महत्व है| आसन व प्राणायाम का नियमित अभ्यास करने से तनाव से छुटकारा पाया जा सकता है| प्राणायाम जैसे गहरे लम्बे श्वास, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, कपालभाति आदि| हंसी योग व ॐ का उच्चारण भी तनाव दूर करने में सहायक है| योग के अभ्यास से कोरोना के effect को दूर किया जा सकता है|

इस blog में कोरोना के कारण वृद्धावस्था में होने वाला तनाव (What is corona stress in old age)?, कारण (causes), लक्षण (Symptoms of stress), तनाव को दूर करने के उपायों (How to release stress in old age) तथा परिवार के लोगों की जिम्मेदारी के बारे में जाना|

इस विषय से सम्बंधित कोई भी जानकारी चाहिए या कोई सुझाव आपके पास हो तो comment box में लिख सकते हैं|

Babita Gupta

M.A. (Psychology), B.Ed., M.A., M. Phil. (Education). मैंने शिक्षा के क्षेत्र में Assistant professor व सरकारी नशा मुक्ति केंद्र में Counsellor के रूप कार्य किया है। मैं अपने ज्ञान और अनुभव द्वारा blog के माध्यम से लोगों के जीवन को तनाव-मुक्त व खुशहाल बनाना चाहती हूँ।

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