यूरिन लीकेज एक्सरसाइज (Urine Leakage Exercise in hindi)

यूरिन लीकेज की समस्या एक ऐसी समस्या है जिसमें मूत्र का रिसाव बार-बार और बिना इच्छा के हो जाता है| यूरिन लीकेज प्रॉब्लम उस समय होती है, जब bladder पर नियन्त्रण कम हो जाता है| यह समस्या बढ़ती उम्र में पेल्विक मसल्स के कमजोर होने से भी हो जाती है, इसमें बार-बार पेशाब करने की जरूरत बनी रहती है| यदि व्यक्ति अधिक समय तक यूरिन ना करे तो वह इसे रोककर नहीं रख पाता और यूरिन कम या ज्यादा मात्रा में निकल जाता है| अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो इससे तनाव, चिंता तथा डिप्रेशन होने के chances भी बन जाते हैं| यूरिन लीकेज समस्या क्या है (urine leakage kya hai?), इसके क्या कारण हैं (Causes of urine leakage) और इसे कैसे control करें (urine leakage dur karne ke tarike), आइए इसके बारे में जान लें|

यूरिन लीकेज क्या है? (Urine leakage problem kya hai)

कभी-कभी अचानक छींक आने, खांसने या अचानक हंसने के कारण यूरिन leak होने की दिक्कत आ जाती है| कई बार old age में समस्या आती है कि urine पर control नहीं हो पाता| या तो पेशाब लीक हो जाता है या फिर बाथरूम तक पहुंचने से पहले ही निकलने लगता है और कपड़े खराब हो जाते हैं| यह समस्या ladies और gentes दोनों में हो सकती है| इसे यूरिन लीकेज प्रॉब्लम (urine leakage problem) या यूरिनरी इनकांटीनेंस (urinary incontinence) कहते हैं|

Urine Leakage Exercise in hindi

पेशाब लीक होने के कारण (Urine leakage ke karan)

यूरिन लीकेज के कई कारण हो सकते हैं जैसे

  • यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (urinary tract infection),
  • वेजाईनल इन्फेक्शन (vaginal infection),
  • पेल्विक फ्लोर मसल्स (pelvic floor muscles) का कमजोर होना हो सकता है|
  • कई बार मोटापे के कारण bladder पर भार पड़ने से भी यूरिन लीक हो सकता है|
  • प्रेग्नेंट ladies को भी यह समस्या हो सकती है|
  • कई बार तनाव अधिक रहने से भी यूरिन लीक हो सकता है|
  • मधुमेह के रोगी को भी इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है|

यूरिन लीकेज दूर करने के उपाय (Urine leakage dur karne ke upay)

यूरिन लीक होने की समस्या महिलाओं व पुरुष दोनों में हो सकती है| बार-बार पेशाब आने की समस्या कई बार इतनी बढ़ जाती है कि व्यक्ति को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है| कई बार व्यक्ति को daily pad का प्रयोग करना मजबूरी हो जाता है|

बहुत बार इस समस्या को कुछ exercise करके व योग का नियमित अभ्यास करके दूर किया जा सकता है| इनका अभ्यास हमें हररोज करना चाहिए, तभी इनका लाभ मिलता है| Urine leakage Exercise या यूरिन लीकेज के लिए योग आसन करने से पहले, bladder खाली होना जरुरी है, इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें|

यूरिन लीकेज प्रॉब्लम के लिए एक्सरसाइज (Urine leakage exercise)

पल्विक फ्लोर मसल्स को मजबूत करने के लिए हम जो exercise या व्यायाम करते हैं, उससे urine incontinence में सुधार आता है| इसमें मांसपेशियों को निरंतर और तेजी से बार-बार संकोचित किया जाता है| इससे pelvic muscles मजबूत बनती हैं| यूरिन लीकेज में लाभ देने वाली exercise इस प्रकार है|

1. इसे हम योग में मूलबंद लगाना कहते हैं| इसमें निष्कासन मांसपेशियों को ऊपर की ओर खींचना होता है, जिससे मूलबंद लग जाता है| जब इन मांसपेशियों को ढीला छोड़ते हैं तो उसे मूलबंद खोलना कहते हैं|

Pelvic floor muscles को मजबूत करने के लिए बार-बार निष्कासन मांसपेशियों को ऊपर की ओर खींचते हैं तथा ढीला छोड़ते हैं| जब निष्कासन मांसपेशियों को ऊपर की ओर खींचें, तो कम से कम 10 की गिनती तक रुकें (hold ker ke rakhe), फिर ढीला छोड़ें, फिर 10 की गिनती तक रुकें फिर ढीला छोड़ें| ये क्रिया बार-बार करें और धीरे-धीरे hold करने के समय को बढ़ाएं|

इस क्रिया का नियमित अभ्यास करने से पेल्विक मसल्स को मजबूती मिलती है| इससे यूरिन लीक होने की समस्या से आराम मिलता है|

यूरिन लीकेज problem के लिए एक्सरसाइज की पूरी जानकारी आप मेरे इस youtube link पर भी देख सकते हैं|

2. दूसरी exercise करने के लिए पैरों में कंधों जितना फासला करके, पीठ के बल लेटें| दोनों हाथ शरीर के दाएं- बाएंआसन पर रखें| हथेलियां आसन पर लगी हों| अब दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ें और दोनों हथेलियों पर दबाव देते हुए शरीर के बीच के भाग से ऊपर उठें, फिर नीचे आएं| फिर ऊपर उठें और नीचे आएं| यह क्रिया बार-बार दोहराएँ| इसे करते हुए कंधे, सिर, तलवे और हाथ आसन पर लगे रहें| इसको कम से कम 10-15 बार जरुर करें| Pelvic floor muscles को मजबूत करने के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण exercise है|

3. अब तीसरी exercise करने के लिए आसन पर बैठकर अपने पैर के तलवों को मिलाएं| हाथों से पैर के पंजों को पकड़कर एडियाँ अपने शरीर की तरफ लाएं और जैसे तितली अपने पंख हिलाती है, उसी के समान अपने पैरों को हिलाएं| यह तितली क्रिया कहलाता है| तितली आसन एक क्रिया भी है जिसका नियमित अभ्यास करने से पेल्विक मसल्स मजबूत बनती हैं तथा यूरिन लीक होने की समस्या में आराम मिलता है| इस exercise को भी अपने सामर्थ्य के अनुसार बार-बार करना है|

4. अब अगली exercise करने के लिए पीठ के बल लेटें और एक तरफ की करवट लें| अपने पैरों को घुटनों से मोड़कर तलवे मिलाएं| पूरी क्रिया में तलवे मिले रहेंगें| एक घुटना आसन पर लगा रहेगा और अपने दूसरे घुटने को पहले घुटने के पास लाएं और फिर वापिस दूर लेकर जाएं| यह क्रिया कम से कम 10-15 बार जरुर करें| अब यही क्रिया दूसरी तरफ से भी करें| जब घुटनों को पास लाएं, तो निष्कासन मांसपेशियों को अंदर की तरफ खींचें और जब घुटनों को दूर लेकर जाएं, तो निष्कासन मांसपेशियों को ढीला छोड़ें| इस exercise का नियमित अभ्यास करने से पेल्विक फ्लोर मसल्स मजबूत बनती हैं तथा यूरिन लीक होने की समस्या में आराम मिलता है|

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यूरिन लीकेज प्रॉब्लम के लिए योग (Urine leakage ke liye yoga)

यूरिन लीकेज को योग का नियमित अभ्यास करके दूर किया जा सकता है| कई बार पेल्विक फ्लोर मसल्स के कमजोर होने के कारण यह समस्या आती है, तो कई बार तनाव व चिंता के कारण| कई बार ऐसा भी हो सकता है कि मोटापा बढ़ने के कारण यूरिन पर control न रहे| कारण चाहे कोई भी हो, बहुत से ऐसे आसन हैं जिनका नियमित अभ्यास करने से पेल्विक फ्लोर मसल्स को strong किया जा सकता है, जिससे यूरिन लीकेज प्रॉब्लम को ठीक करने में मदद मिलती है|
यूरिन leakage से परेशान हैं तो करके देखें ये आसन|

सेतुबंधासन (Setubandhasana)

सेतुबंधासन एक ऐसा आसन है जो पेल्विक फ्लोर मसल्स को स्ट्रोंग करने में मदद करता है| इसका नियमित अभ्यास करने से यूरिन लीकेज की समस्या को ठीक करने में मदद मिलती है|

सेतुबंधासन करने की विधि: Setubandhasana karne ki vidhi)

सेतुबंधासन करने के लिए पीठ के बल लेटें और पैरों में कंधों जितना फासला करें| दोनों हाथ शरीर के दाएं-बाएं रखें| दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ें और दोनों हाथों से अपने टखनों को पकड़ें| अब श्वास भरते हुए शरीर के बीच के भाग से ऊपर उठें| कंधे, सिर तथा तलवे आसन पर लगे रहें| यह पूर्णता की स्थिति है, अब सामान्य श्वास लेते रहें| कुछ क्षण रुकें| अब श्वास छोड़ते हुए धीरे-धीरे वापिस आएं व शवासन में विश्राम करें|

सेतुबंधासन करते हुए अगर हम बार-बार ऊपर उठते हैं तो ये एक एक्सरसाइज होगी जो kegal exercise कहलाती है|

सेतुबंधासन करने के फायदे (Setubandhasana ke fayde)

इसे करने से पेट के नीचे की मांसपेशियां या pelvic area में खिंचाव आता है तथा यहाँ की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं| इससे यूरिन लीक होने की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है| इसके आलावा इसे करने से पेट, hips, thighs की चर्बी कम होती है, जिससे मोटापा घटता है| पाचन क्षमता बढ़ती हैं और कब्ज की समस्या से राहत मिलती है| तनाव, चिंता तथा अवसाद (depression) से मुक्ति मिलती है|

सेतुबंधासन की पूरी जानकारी आप मेरे इस youtube link पर भी देख सकते हैं|

बद्धकोणासन (Baddha konasana)

इसे भद्रासन (Bhadrasana), बद्धकोणासन (Baddha konasana), कॉबलर पोज़ (Cobbler pose), तितली आसन (Titli asan), बटर फ्लाई पोज़ (Butterfly pose) आदि नामों से जाना जाता है|

बद्धकोणासन करने का तरीका (Baddha konasana karne ka tarika)

इसे करने के लिए दंड आसन में बैठें| कमर-गर्दन सीधी रखें| अब अपने पैरों को मोड़कर तलवों को मिलाएं| अपने हाथों से पैर के पंजों को पकड़कर एडियों को मूलाधार के पास लाएं और शरीर के साथ मिलाने का प्रयास करें| जबरदस्ती बिलकुल ना करें| Thighs को नीचे मिलाने का प्रयास करें| अगर ये आसन पर न लगें तो सुविधा के लिए इनके नीचे तकिया या pillow लगा लें| यह बद्ध कोणासन यह भद्रासन कहलाता है|

बद्धकोणासन करने के फायदे: (Baddha konasana ke fayde)

इस प्रकार भद्रासन का अभ्यास करने से यूरिन लीक होने की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है| इसके आलावा पीरियड्स की समस्या, प्रोस्टेट ग्लैंड की समस्या में भी लाभ मिलता है| यह आसन reproductive organs को मजबूत करने के लिए लाभदायक है| हड्डियाँ मजबूत बनती हैं| घुटनों के दर्द में राहत मिलती है| प्रेग्नेंट महिला के लिए अच्छा आसन है|

यह आसन आर्थराइटिस के रोगी व साइटिका के रोगी को नहीं करना चाहिए|

तितली आसन (Titli asana)

तितली आसन को बद्ध कोणासन के समान ही किया जाता है| कुछ लोग तितली आसन को ही बद्धकोणासन (Baddha konasana) कहते हैं|

तितली आसन (Titli asana) और बद्धकोणासन (Baddha konasana) में अंतर केवल इतना है कि बद्धकोणासन/भद्रासन एक pose या मुद्रा है और बद्धकोणासन की अवस्था में बैठकर अगर हम पैरों को बार-बार ऊपर-नीचे हिलाते हैं, तो ये तितली आसन कहलाता है|

तितली आसन करने की विधि (Titli asana karne ki vidhi)

तितली आसन करने के लिए आसन पर बैठें और अपने पैरों को मोड़कर तलवों को मिलाएं| अब अपने हाथों से पैर के पंजों को पकड़कर एडियों को अपने शरीर के नजदीक लेन का प्रयास करें| अपने हाथों से पैर के पंजों को पकड़कर रखें और घुटनों को बार-बार ऊपर-नीचे हिलाएं|

तितली आसन के फायदे (Titli asana ke fayde)

तितली आसन एक क्रिया भी है जिसका नियमित अभ्यास करने से भद्रासन के सभी लाभ मिल जाते हैं| जैसे यूरिन लीक होने की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है| महिलाओं में अनियमित पीरियड्स की समस्या, पुरुषों में प्रोस्टेट ग्लैंड की समस्या में भी लाभ मिलता है| यह आसन reproductive organs के लिए लाभदायक है| इसे करने से जांघों के अंदर की मांसपेशियों पर खिंचाव आता है जिससे यहाँ की चर्बी घटती हैं|

तितली आसन की पूरी जानकारी आप मेरे इस youtube link पर भी देख सकते हैं|

Lying Titli asana/Supta Titli asana

इसे लेटकर तितली आसन, लेटकर बटरफ्लाई पोज़, सुप्त बद्धकोणासन (Supta Baddha konasana), लेटकर कॉबलर पोज़ (Reclining Cobbler pose) आदि नामों से जाना जाता है| यह एक गत्यात्मक आसन या क्रिया है| इसे करते समय शरीर की आकृति बैठकर पंख हिलाती हुई तितली के समान दिखाई देती है|

Lying Titli asan करने का तरीका:

लेटकर तितली आसन दो तरीके से किया जाता है|

1.पहले तरीके में पीठ के बल लेटकर पैरों के तलवे मिलाकर अपने सामर्थ्य के अनुसार अपनी तरफ खींचें| और इसी अवस्था में कुछ देर रुकें| शुरू में अगर घुटनों के नीचे तकिया या pillow रखने की जरूरत हो तो रख सकते हैं|
2.दूसरे तरीके में पीठ के बल लेटें| एक तरफ की करवट लें| अपने पैरों को घुटनों से मोड़कर तलवे मिलाएं| तलवे मिले रहेंगे| एक घुटना आसन पर लगा रहेगा और अपने एक घुटने को दूसरे के पास लाएं और फिर वापिस दूर लेकर जाएं| यह क्रिया अपनी क्षमता के अनुसार बार-बार करें| अब यही क्रिया दूसरी तरफ से भी करें|

Lying Titli asan करने के फायदे:

इस प्रकार लेटकर तितली आसन का अभ्यास करने से बार-बार पेशाब लीक होने की समस्या में आराम मिलता है| pelvic muscles मजबूत बनती हैं| इसके अतिरिक्त यह आसन महिलाओं में पीरियड्स की समस्या और पुरुषों में प्रोस्टेट ग्लैंड की समस्या में भी लाभदायक है|
यूरिन लीकेज के लिए एक्सरसाइज व योग आसन की पूरी जानकारी आप मेरे इस youtube link पर भी देख सकते हैं|

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Urine leakage के लिए आसन व एक्सरसाइज की पूरी जानकारी आप मेरे इस youtube link पर भी देख सकते हैं|

FAQ’s: यूरिन लीकेज के बारे में कुछ सामान्य प्रश्न (General Questions related to urine leakage problem)

पेशाब लीक होने का कारण क्या है? (Peshab leak hone ka kya karan hai?)

पेशाब लीक होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (urinary tract infection), वेजाईनल इन्फेक्शन (vaginal infection), पेल्विक फ्लोर मसल्स (pelvic floor muscles) का कमजोर होना आदि| इसके आलावा मोटापा, तनाव व चिंता के कारण भी यूरिन लीक होने की समस्या हो सकती है|

यूरिन लीकेज कैसे ठीक करें? (Urine leakage kaise thik kare?)

यूरिन लीकेज को ठीक करने के लिए कुछ exercise और कुछ आसन हैं जिनका नियमित अभ्यास करने से pelvic floor muscles को मजबूत करने में मदद मिलती है| जब गर्भाशय, bladder और बड़ी आंत के नीचे स्थित पेल्विक मसल्स मजबूत बनती हैं, तो यूरिन लीक होने की समस्या में आराम मिलता है|

क्या खांसते समय यूरिन लीकेज होना नार्मल है? (Kya khanste samay urine leakage hona normal hai?)

बहुत बार अचानक खांसते या छींकते समय यूरिन लीक होने की समस्या का सामना करना पड़ता है| यह बिल्कुल नार्मल है और यह किसी के भी साथ हो सकता है|

यदि यूरिन लीक होने की समस्या बार-बार हो रही है तो यह एक गंभीर समस्या का रूप ले सकती है| इसलिए समय रहते एक्सरसाइज और योगासनों का अभ्यास करें| इन्हें करने से pelvic floor muscles मजबूत बनती हैं और यूरिन निकलने की समस्या को control करना आसन हो जाता है| इन एक्सरसाइज का नियमित अभ्यास करने पर भी अगर आराम नहीं मिल रहा हो, तो डॉक्टर की सलाह जरुर लें|

यूरिन लीकेज से सम्बंधित कोई भी जानकारी चाहिए या कोई सुझाव आपके पास हो तो comment box में लिख सकते हैं|

Babita Gupta

M.A. (Psychology), B.Ed., M.A., M. Phil. (Education). मैंने शिक्षा के क्षेत्र में Assistant professor व सरकारी नशा मुक्ति केंद्र में Counsellor के रूप कार्य किया है। मैं अपने ज्ञान और अनुभव द्वारा blog के माध्यम से लोगों के जीवन को तनाव-मुक्त व खुशहाल बनाना चाहती हूँ।

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